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teacher’s-day-celebration-जानें शिक्षक दिवस पर कुछ खास बाते, झारखंड के जमशेदपुर में केवल एक शिक्षक को मिलेगा राष्ट्रपति पुरस्कार, कोरोना काल में शिक्षकों की योगदान को देखते हुए वर्चुअली मनाया जाएगा शिक्षक दिवस, पढ़ें

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जमशेदपुरः गुमनामी के अंधेरे में था, पहचान बना दिया, दुनिया के गम से मुझे, अनजान बना दिया, उनकी ऐसी कृपा हुई, गुरु ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया. ये सच है एक बच्चों की नीव तैयार करने के लिए शिक्षक का अहम योगदान होता है. कहा गया है कि एक बच्चें की पहली गुरु उसकी मां होती है, क्योंकि जन्म लेने के बाद बच्चा मां के साथ ज्यादा समय व्यतीत करता है. वह हमे शिक्षक से पहले दुनिया से अवगत करती है. वहीं दूसरी ओर शिक्षक एक किसान की भुमिका निभाता है. जिस प्रकार किसान अपनी खेतों में बीज बोता है ठीक उसी प्रकार शिक्षक हम बच्चों के दिमाग में ज्ञान का बीज बोते है.
शिक्षक पर इस साल विशेष-
भारत वर्ष के कोरोना काल में शिक्षकों को योगदान को देखते हुए 5 से 17 दिसंबर तक शिक्षक पर्व के रूप में इस वर्ष मनाया जाएगा. जिसका आयोजन पीएम मोदी द्वारा वर्चुलय मोड पर आयोजित किया जाएगा. इस दौरान झारखंड समेत देशभर के 44 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा. झारखंड में इस वर्ष केवल एक शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा. इसमें से जमशेदपुर के हिन्दुस्तान मित्र मंडल मिडिल, गोलमुरी के स्कूली शिक्षक मनोज कुमार सिंह को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
शिक्षक दिवस का इतिहास-
भारत वर्ष में शिक्षक दिवस को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण एक शिक्षक के साथ- साथ आजाद भारत के दूसरे उपराष्ट्रपति और पहले राष्ट्रपति थे. उन्होंने 40 वर्ष शिक्षक के रूप में कार्य किया था. वें बच्चों के बीच बेहद लोक प्रिय हो गये थे. टीचर्स डे मनाने की परंपरा 1962 से प्रारंभ हुई है. उनके जन्म दिवस पर बच्चों ने उनका जन्मदिन मनाने की स्वीकृति मांगी थी तभी उन्होंने कहा केवल मेरा ही जन्मदिन क्यों इस दिन देशभर के शिक्षक के सम्मान मे शिक्षक दिवस आयोजित किया गया ताकि पढ़ाने वाले सभी शिक्षक गर्वानवित महसूस करें. इसके पश्चात देशभर में 5 सितंबर 1962 से डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. डॉ कृष्णन का जन्म 1888 में तमिलनाडु के तिरुतनी नामक गांव में हुआ था.
लगभग सभी देशों में अलग-अलग दिन मनाया जाता है शिक्षक दिवस-
इस दिन सभी स्कूल कॉलेजों में तरह तरह के कार्यक्रम छात्रों द्वारा आयोजित किये जाते है. शिक्षक के बीना विद्यार्थी का जीवन अधूरा है. माता -पिता के बाद बच्चों की भविष्य सवारने में शिक्षक का अहम भुमिका होती है. शिक्षक दिवस न केवल भारत वर्ष में बल्की इसे चीन, पाकिस्तान, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, अल्बानिया, इंडोनेशिया, मलयेशिया, ब्राजील में अगल अलग दिन मनाया जाता है. चीन में इसे 10 सितंबर को मनाया जाता है. वहीं आस्ट्रेलिया में इसे अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है. वही पाकिस्तान में शिक्षक दिवस पांच अक्टूबर को मनाया जाता है.

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