जमशेदपुर : दुनिया के अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर भारत को विश्वविजेता बनाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया है. भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने इसका ऐलान कर दिया. इंस्टाग्राम पर उन्होंने सन्यास का ऐलान इंस्टाग्राम पर किया. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम में अपनी तस्वीरों के साथ गजल को गुनगुनाया है ”मैं पल दो पल का शायर हूं”. उन्होंने वीडियो को पोस्ट किया है और कहा है कि उनको शाम 7 बजकर 29 मिनट पर पोस्ट करते हुए कहा है कि रिटायर ही समझे. 39 साल की उम्र में महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास का ऐलान किया है. वैसे वे आइपीएल में क्रिकेट मैच खेलते रहेंगे. झारखंड का भूमि पुत्र महेंद्र सिंह धोनी का चयन 23 दिसंबर 2004 को हुआ था. महेंद्र सिंह धोनी उस वक्त जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन की टीम के रणजी खेल के लिए प्रैक्टिस कर रहे थे. वे रेलवे में कर्मचारी के तौर पर भी चयनित हुए थे. कीनन स्टेडियम में प्रैक्टिस के दौरान ही यह खबर आयी कि उनका चयन भारतीय क्रिकेट टीम में हो चुका है. इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तान बने और दो बार विश्व कप भारत को दिलाया तो चैंपियंस ट्रॉफी से लेकर टी 20 का विश्वविजेता भारतीय क्रिकेट को बनाया. अब उन्होंने उसी तरह रिटायरमेंट का ऐलान कर सबको चौंका दिया है. वैसे महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही सुरेश रैना ने भी शनिवार को रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया.
महेन्द्र सिंह धोनी का फ़ेयरवेल मैच रांची में हो जिसका गवाह पूरा विश्व बने : हेमन्त सोरेन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ट्विट कर कहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी द्वारा अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद कहा कि देश और झारखण्ड को गर्व और उत्साह के अनेक क्षण देने वाले माही ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. हेमंत सोरेन ने कहा है कि वे सबके चहेते झारखण्ड का लाल माही को नीली जर्सी पहने अब नहीं देख पायेंगे. लेकिन देशवासियों का दिल अभी भरा नहीं. मैं मानता हूँ. हमारे माही का एक फ़ेयरवेल मैच रांची में हो जिसका गवाह पूरा विश्व बने. बीसीसीआई से अपील करना चाहूँगा. माही का एक फेयरवेल मैच कराया जाये, जिसकी मेजबानी पूरा झारखण्ड करेगा.