जमशेदपुर : ऑटोमोबाइल सेक्टर में छायी मंदी तथा अप्रैल 2020 तक बीएस 6 इंजन वाली वाहन का निर्माण लागू करने को लेकर टाटा मोटर्स प्रभावित है. इसका असर यह है कि पिछले तीन-चार महीनों से कंपनी में उत्पादन का स्तर काफी निचले स्तर पर चला गया है. हर महीने करीब 3 हजार से लेकर 3500 तक वाहन ही बन रहे हैं. आर्डर कम मिलने का असर सीधे उत्पादन पर पड़ रहा है. कंपनी के अस्थाई कर्मियों समेत प्रशिक्षुओं को काम से बैठाया गया है जबकि पिछले साल जुलाई, अगस्त एवं सितंबर माह में प्रति माह सात-आठ हजार से ऊपर वाहन बनते थे. कर्मचारियों को ना के बराबर ही बैठाया जाता था. अस्थाई कर्मचारियों को प्रति माह काम भी मिलते थे. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छायी मंदी के साथ-साथ सरकार द्वारा अप्रैल 2020 तक बीएस 6 वाहन ही निर्माण करने के आदेश के कारण कंपनी मंदी की चपेट में है. उत्पादन लगभग ठप जैसा है. मजदूरों को काम से बैठाए जाने के कारण आर्थिक स्थिति चरमरा गई है. इसका सीधा असर कर्मचारियों के जीवनयापन पर पड़ रहा है. आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार अक्टूबर के दशहरा के बाद इस स्थिति में सुधार होगा. धीरे-धीरे ही सही आर्थिक सुधार में तेजी आएगी. वाहनों के डिमांड बढ़ेंगे।एक मान्यता भी सुधार में तेजी का काम करेगा कि हिंदू धर्मावलंबियों के दशहरा के बाद शुभ दिन भी मानते हैं. नए वाहनों की खरीद दशहरा के बाद करते हैं. इसका भी सकारात्मक असर होगा.