जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों के लिए सोमवार को ड्यूटी के दौरान दोपहिया वाहन लेकर निकलने पर लगाये गये नये नियम को वापस ले लिया गया है. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने इस मामले को लेकर चीफ सेफ्टी और एचआरएम के अधिकारियों के साथ बातचीत की, जिसके बाद तय हुआ है कि कर्मचारियों को जैसा पहले फोरमैन स्तर के अधिकारी से मंजूरी लेकर ड्यूटी के दौरान किसी आपात स्थिति में दोपहिया वाहन लेकर निकलने की इजाजत थी, वैसे ही जारी रहेगी. इसमें जो बदलाव किया गया था और जो आदेश सोमवार कोजारी की गयी थी, उसको वापस ले लिया गया है. इसकी अधिकारिक जानकारी यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने दी और बताया कि ड्यूटी जिस तरह किया जाता था और काम के बीच में अगर कोई इमरजेंसी होने पर किसी को निकलना है तो पुरानी व्यवस्था के तहत ही मंजूरी लेना होगा. पूर्व के सिस्टम का ही पालन होगा. (नीचे भी पढ़ें)
गौरतलब है कि सोमवार को कंपनी के चीफ सेफ्टी के स्तर पर यह आदेश दिया गया था कि प्लांट में ड्यूटी के दौरान अगर किसी भी कर्मचारी को दोपहिया वाहन लेकर सेफ्टी टाइम के बीच निकलना है तो उनको हेड के स्तर से मंजूरी लेना होगा. उनसे गेटपास साइन होने के बाद ही दोपहिया लेकर कोई कर्मचारी जा सकता है नहीं तो उसको सेफ्टी के नियमों का उल्लंघन माना जायेगा. लेकिन यह तकनीकी तौर पर दिक्कत कर्मचारियों को होती क्योंकि हेड स्तर के अधिकारी हमेशा नहीं होते है. ऐसे में हर शिफ्ट के कर्मचारियों को हेड स्तर से मंजूरी लेना मुश्किल हो जायेगा. इस पर तत्काल यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने मैनेजमेंट से बातचीत की और पूर्व के नियम को ही लागू कर दिया गया. इससे कर्मचारियों को बड़ी राहत मिल गयी है.