जमशेदपुर : टाटा समूह और जमशेदपुर के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा के जन्मदिवस समारोह के दौरान हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति वाले टाटा समूह के एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा और चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के साथ कई बड़ी हस्तियां शामिल हुई. इन लोगों ने इस कार्यक्रम में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान कई बार बड़े ओहदेदार लोगों का संस्कार और शिष्टाचार देखने को मिला. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और रतन टाटा टाटा स्टील मेन गेट के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गये थे. वहां एक-एक कर सारे लोग संस्थापक को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे. सारे लोग बारी-बारी से संस्थापक को पुष्प अर्पित कर निकल रहे थे. लेकिन जब टाटा संस के चेयरमैन आये तो उन्होंने संस्थापक की मूर्ति के सामने की सीढ़ियों पर पहले अपने जूते खोले, फिर संस्थापक को श्रद्धांजलि दी और फिर सीढ़ियों से वापस उतर गये. यह उनका संस्कार और शिष्टाचार दिखा, जिसकी हर किसी ने तारीफ की क्योंकि उस दौरान लगभग सारे लोग यूं ही सामान्य तौर पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे, लेकिन चेयरमैन ने जूते खोलकर अपने संस्कार और शिष्टाचार का परिचय दिया. (नीचे पढ़े पूरी खबर)
जमशेदजी टाटा के जन्मदिवस के मौके पर बिष्टुपुर स्थित पोस्टल पार्क में भी एक संस्कार देखने को मिला. टाटा संस के एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा जब आये तो उनको कुर्सियां दी गयी. सिर्फ उनके लिए अंदर में में कुर्सी रखी गयी थी. वे वहां आकर बैठे. इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी पहुंचे. स्वास्थ्य मंत्री वहां आकर सबको प्रणाम किया और संस्थापक को श्रद्धांजलि देने के बाद टाटा संस के एमिरट्स चेयरमैन रतन टाटा से मिलने पहुंचे. (नीचे पढ़े पूरी खबर)
रतन टाटा के सामने जाकर वे उनका चरण स्पर्श कर आर्शीवाद लिया. यह बन्ना गुप्ता का संस्कार दिखा, लेकिन 83 साल के रतन टाटा ने भी उनको उतना ही इज्जत देते हुए खुद कुर्सियों से उठकर उनको हाथ जोड़कर अभिनंदन किया. इसके बाद वे वहां बैठे. (नीचे पढ़े पूरी खबर)
कोरोना को लेकर विशेष ख्याल रखा गया, सैनिटाइज करते रहे रतन टाटा, चंद्रशेखरन व अन्य
कोरोना को लेकर विशेष ख्याल रखा गया था. इस दौरान टाटा स्टील के मुख्य गेट हो या फिर पोस्टल पार्क में कोरोना का खास ख्याल रखा गया था. इस बार अलग-अलग बास्केट में फूलों को रखा गया था ताकि एक व्यक्ति फूल जो उठायेगा, वह पूरा बास्केट उठाकर साइड कर देगा. इसके अलावा जब पुष्प अर्पित किया गया, उसके ठीक बाद वीपी सीएस चाणक्य चौधरी सबको हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराते रहे और उनको सैनिटाइज कराया. (नीचे पढ़े पूरी खबर)
यहीं आलम बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में भी दिखा. यह एक संदेश के सामान था कि लोगों को किस तरह रहना है. कोरोना को देखते हुए पूरा ख्याल रखा गया था कि सामाजिक दूरी बनी रहे और यह बनी भी रही क्योंकि काफी कम लोग यहां आये थे. कोरोना को देखते हुए रतन टाटा और एन चंद्रशेखरन के पास जाने वाले लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया गया था. सबका टेस्ट कराया गया, जिसके बाद ही सबको जाने दिया गया था.