जमशेदपुर : टाटा स्टील द्वारा ”स्टील” (इस्पात) का बेहतर विकल्प की तलाश करने में सफलता पायी है. इस कड़ी में टाटा स्टील ने नये मैटेरियल को तैयार किया है, जो स्टील की तरह का ही मजबूत और काफी टिकाऊ मैटेरियल है. इसका नाम फाइबर रिइंफोर्स्ड पॉलिमर (एफआरपी) है. टाटा स्टील के न्यू मैटेरियल बिजनेस की दिशा में यह अहम कदम बढ़ाया है. इस कड़ी में देश का अदभुत पुल बनाया है, जिसको स्टील नहीं बल्कि नये मैटेरियल फाइबर रिइंफोर्स्ड पोलिमर का इस्तेमाल किया गया है. जमशेदपुर में पहली बार देश में इसको लगाया गया है. जमशेदपुर के गोलमुरी गोल्फ कोर्स में बने पुल को नये रुप में बनाया गया है. यह देश का अनोखा पुल बनाया गया है, जिसका लुक पुराने जमाने का दिया गया है, लेकिन इसको नये मैटेरियल से तैयार किया गया है. इस नये पुल का बेस, हैंडरेलिंग, नीचे का रेलिग और तमाम चीजों को इस नये मैटेरियल की मदद से ही बनाया गया है. इसको टेस्टिंग के रुप में तैयार किया गया है, जिसका इस्तेमाल बाद में भी किया जा सकेगा. इस नये पुल से पैदल जाने वाले लोग आना जाना कर सकेंगे जबकि गोल्फ कोर्स के अंदर चलने वाली छोटी कार भी जा सकेगी. इसकी लंबाई 15.5 मीटर की है जबकि इसकी चौड़ाई 2.1 मीटर की है. काफी हल्का यह पुल है, लेकिन यह दावा किया जा रहा है कि स्टील की तुलना में यह बराबर का ही टिकाऊ भी है. इसको लगाने और तैयार करने में ज्यादा परेशानी नहीं है और इसकी कीमत भी सस्ती है. इसमें किसी तरह का जंग नहीं लगता है और मेंटेनेंस का भी परेशानी नहीं है. इसकी सफलता के बाद जितने भी सड़कों, पानी, गोल्फ कोर्स, थीम पार्क, रेलवे, डिफेंस और डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए काम आने वाले पुलों को भी इसके जरिये तैयार किया जा सकेगा.
टाटा स्टील नये मैटेरियल की तलाश में है
टाटा स्टील द्वारा स्टील के अलावा मजबूती और टिकाऊ वाले नये मैटेरियल की भी तलाश कर रही है, जो पर्यावरण स्नेही भी हो और मजबूती के साथ ही टिकाऊ भी हो. इसको देखते हुए टाटा स्टील द्वारा नये मैटेरियल बिजनेस को ही नये विभाग के तहत खोल दिया गया है. इसके जरिये अधिकारियों को भी मनोनित कर दिया गया है. ये सारे अधिकारी नये बिजनेस मैटेरियल की तलाश में होते है और रिसर्च एंड डेवलपमेंट का काम कर रहे है, जो स्टील के भी बेहतर विकल्पों की तलाश कर रहे है. रेडी-टू-यूज आइटम को भी इसके माध्यम से तैयार किया जा रहा है ताकि किसी तरह की परेशानी उत्पन्न नहीं हो सके.