जमशेदपुर : टाटा स्टील और जापान की कंपनी निप्पन स्टील की संयुक्त उपक्रम जेसीएपीसीपीएल कंपनी में एक अहम समझौता पर मैनेजमेंट और यूनियन के बीच हस्ताक्षर हुआ. जेसीएपीसीपीएल में भी अब टटा मोटर्स और टाटा स्टील की तर्ज पर लीव बैंक की शुरुआत की जायेगी. सामाजिक सुरक्षा की दिशा में यह एक अहम कदम है. इस समझौता पर जेसीएपीसीपीएल के एमडी उज्जवल चक्रवर्ती, यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट शहनवाज आलम, महासचिव जीतेंद्र कुमार, कंपनी के चीफ फाइनांस ऑफिसर प्रणव झा, सीएचआरओ राधिका सिंह समेत अन्य लोगों ने हस्ताक्षर किये. समझौता के मुताबिक, कंपनी के सारे कर्मचारियों के लिए यह नियम लागू कर दिया गया है. 1 जनवरी 2023 से सारे कर्मचारी इसके सदस्य हो जायेंगे. अगर कोई कर्मचारी चाहता है कि वह इस लीव बैंक से बाहर रहे तो उनको आवेदन देना होगा. सारे कर्मचारियों को अपना एक दिन का सिक लीव को डोनेट करना होगा. जरूरत के हिसाब से इसमें छुट्टियों को जोड़ा जायेगा. वैसे अगर किसी कर्मचारी की छुट्टी नहीं होती है तो साल के पहले दिन जब छुट्टी शुरू होती है, तब सारे कर्मचारियों का एक दिन का छुट्टी ले लिया जायेगा. हार्ट, किडनी, लीवर, कैंसर, स्ट्रोक, कोमा, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, मल्टिपल सिरोसिस, आर्गन ट्रांस्प्लांट जैसे गंभीर बीमारियों की स्थिति में लोगों को यह सुविधा मिलेगी. अगर कोई ज्यादा छुट्टी होती है तो माह में 10 दिन की सैलेरी मिला करेगी और अधिकतम 60 दिन का सैलेरी कर्मचारी को इस बैंक से मिल सकेगा. इस लीव बैंक से लोग दो बार ही लाभ ले सकेगा. इसके लिए लोगों को आवेदन देना होगा. इसकी मोनिटरिंग लीव बैंक कमेटी करेगी. लीव बैंक का लाभ लेने के बाद उक्त कर्मचारी की छुट्टियों को बाद में उसी बैंक में फिर से जमा कर दिया जायेगा. यह प्रयोग पहले टाटा मोटर्स में हुआ था, जिसकी सफलता के बाद इसको टाटा स्टील में लागू किया गया और अब इसको जेसीएपीसीपीएल में लागू कर दिया गया है, जिससे कर्मचारियों को काफी लाभ होगा.