जमशेदपुर : टाटा स्टील ने 2700 करोड़ का नन कंर्वेटबल डिबेंचर (एनसीडी) के जरिये फंड जुटाने के लिए अपने ब्याज दर तय कर दिये है. 7.79 फीसदी की दर से यह फंड कंपनी लेगी. तीन साल के लिए यह राशि लेने की जानकारी साझा की गयी है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बांबे स्टॉक एक्सचेंज को इसकी जानकारी साझा की गयी है. इसमें बतया गया है कि निजी स्तर पर कंपनी इस राशि को जुटायेगी. गौरतलब है कि 19 मार्च को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की हुई बैठक में इसको जारी करने पर फैसला लिया गया था. तय हुआ था कि एनसीडी का एलॉटमेंट 27 मार्च को निजी प्लेसमेंट के आधार पर की जायेगी. प्रत्येक एनसीडी का फेस वैल्यू एक लाख रुपये होगी, जिसके तहत 2 लाख 70 हजार एनसीडी का वितरण किया जायेगा. टाटा स्टील द्वारा यह तीसरा एनसीडी है, जिसको पिछले डेढ़ साल के भीतर जारी किया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
फरवरी 2023 में कंपनी ने 2150 करोड़ रुपये एनसीडी के माध्यम से जबकि एनसीडी के माध्यम से ही 2000 करोड़ रुपये का एनसीडी लाने की मंजूरी सितंबर 2022 को दी गयी थी. इसके जरिये टाटा स्टील अपने विस्तार के कार्यक्रमों को आगे बढ़ायेगी. एनसीडी यानी नान कंवर्टेबल डिबेंचर एक फाइनांसियल टूल होता है. इसका इस्तेमाल कंपनियां पब्लिक इश्यू के जरिये पैसा बाजार से लेने के लिए करती है. आइपीओ की तर्ज पर ही एनसीडी कंपनियों के लिए पैसा जुटाने का एक तरीका है, लेकिन इसमें अंतर यह है कि अगर एनसीडी के जरिये पैसे कंपनी जुटाती है तो इसको कर्ज माना जाता है, जिसके जरिये ब्याज भी कंपनी को देना पड़ता है.