जमशेदपुर : टाटा स्टील के ट्यूब्स डिवीजन में नए निवेश के तहत एसटी मिल्स में एचएफ 1,2 और 3 तीन मिल के बाद, एक नए दस हजार टन वार्षिक क्षमता की लगाए जा रहे एचएसयू मिल ऑपरेशन के लिए, पहली मार्च को विज्ञापित जूनियर इंजीनियर (पहले सुपरवाइजर) के चौदह पद के लिए वैकेंसी निकाली गई थी, जिसमें आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 12 मार्च थी. सूत्रों के अनुसार इन पदों के लिए निकली वेकेंसी जो कि एसटी मिल्स के कर्मचारियों के लिए ही थी में सिर्फ़ एक कर्मी ने ही आवेदन दिया है. इसका प्रमुख कारण मिलानो, इटली में 16 से 23 मार्च तक चल रहे, मिल ऑपरेशंस की ट्रेनिंग में विभागीय प्रबंधन द्वारा वैसे लोगों का चयन करके भेजा जाना प्रमुख कारण बताया जा रहा है, जिन्होंने इस वैकेंसी के लिए आवदेन तक नहीं किया है और ट्रेनिंग करने बाद भी अधिकृत तौर पर इस नए मिल में काम नहीं करेंगे. (नीचे भी पढ़ें)
लगभग 250 कर्मियों वाले एसटी मिल्स में सिर्फ एक ही कर्मी के आवदेन करने के पीछे वहां के कर्मियों में रोष का प्रधान कारण, विभागीय प्रबंधन द्वारा ऑपरेशन के उन कर्मियों को विदेश टूर के तौर पर लाभान्वित किया जाना है. जिनका आगे चलकर नए एचएसयू मिल के परिचालन में कोई योगदान होने ही नहीं जा रहा है, क्योंकि उनके द्वारा वहां के लिए वैकेंसी का फार्म ही नहीं भरा गया है. विदेशी दौरे से लाभान्वित होने वाले आठ सदस्यीय ऑपरेशंस की टीम में एसटी मिल्स ऑपरेशंस के दो यूनियन कमिटी मेंबर धनंजय और राजेश रंजन सिंह के अलावा अनुराग शर्मा, आशुतोष चौधरी, रंजीत चौधरी, गिरीश और संजीव कुमार समेत मेंटेनेंस के चार कर्मी शामिल हैं. नए एचएसयू मिल को चलाने के लिए ऑपरेशन में ग्रुप 3 के 14 कर्मियों का सेलेक्शन होना है, जिसके लिए वेसेंसी निकाली गई थी जिसमें एसटी मिल्स के कर्मी ही आवेदन कर सकते थे. ग्रुप 2 को सब्सिडियरी कंपनी के कर्मियों द्वारा चलाया जाना तय हुआ है.