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जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव को लेकर तैयारी चल रही है. इस चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है.ह इस बीच विपक्ष के नेता और कद्दावर कमेटी मेंबर सरोज सिंह ने एक प्रेस बयान जारी कर सत्ता पक्ष के खिलाफ हमला बोला है. सरोज सिंह ने कहा है कि रायशुमारी के नाम पर सत्ता पक्ष सिर्फ ढकोसला करने वाली है, जो अत्यंत हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि चुनाव समिति के प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा करने वालों से कमेटी मेंबरों को सत्ता पक्ष के लोगों से पूछना चाहिए कि आज चुनाव समिति के प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा आयोजित करने वालों से हम कमेटी मेंबरों को पूछना चाहिए कि यूनियन की वर्तमान कमेटी सत्र 2018- 2021 में संपन्न सभी उपचुनाव में चुनाव पदाधिकारी और कमेटी सदस्य के चयन में, वर्तमान कमेटी मेंबरों को गुप्त मतदान का अधिकार न देकर संविधान विरुद्ध तरीके से चुनाव समिति और आरओ की नियुक्ति कर दी गई क्यों ? उस समय यूनियन के आंतरिक लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग क्यों आज झूठा ड्रामा कर कमेटी मेंबर सहित साधारण कर्मचारी सदस्यों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं ? यह भी आश्चर्य होता है कि जिस नेता के विभागीय सहकर्मी तक लगभग एक दशक उनकी दक्षता को ही नकारते जा रहे हैं, वह व्यक्ति कैसे कमेटी मेंबरों को दक्षता के टिप्स प्रदान किए जा रहा है ? कमेटी मेंबरों को यह भी प्रश्न पूछना चाहिए कि अध्यक्ष के सेक्रेटरी श्री कुमार के सेवा विस्तार के समर्थन में कराए गए हस्ताक्षर का अनैतिक और गलत उपयोग उपचुनाव अनियमितता को लेकर दायर श्रमायुक्त सह निबंधक, झारखण्ड, के पास की गई शिकायत वाद में क्यों संलग्न किया गया और इस ठगी में शामिल कुनबे को क्या इसका दंड नहीं मिलना चाहिए ? किसी भी गफलत में रहने वाले वर्तमान मौकापरस्त यूनियन पदाधिकारी अपने बड़बोले अखबारी बयानबाजी से बाज आ जाना चाहिए क्योंकि कमेटी मेंबर अपने क्षेत्रों से निर्वाचित होकर आते हैं और उन्हें नासमझ और नादान समझने की वे कतई भूल ना करें.
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