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tata-workers-union-टाटा वर्कर्स यूनियन का दफ्तर खुला, कमिटी मेंबरों के बीच शुरू हुआ सिक्कों का वितरण

जमशेदपुर : लॉकडाउन के दौरान बंद हुए टाटा स्टील की अधीकृत टाटा वर्कर्स यूनियन का दफ्तर खोल दिया गया है. इसके साथ ही यूनियन में गतिविधियां शुरू हो चुकी है. यूनियन कार्यालय में सारे कर्मचारी अपनी समस्याओं को लेकर आने वाले है. दूसरी ओर, टाटा वर्कर्स यूनियन के द्वारा शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में यूनियन के सभी सदस्यों को दिया जाने वाला चांदी का सिक्का आज से कमिटी मेंबरों को दिया जाने लगा है. मंगलवार को यूनियन कार्यालय में अलग-अलग विभाग के कमेटी मेंबरों के लिए अलग-अलग कर्मचारियों के पास चांदी का सिक्का वितरित किया जा रहा है. सिक्के का वजन 50 ग्राम है को टाटा स्टील के उन सभी स्थाई कर्मचारियों को दिया जाएगा जो यूनियन के सदस्य हैं. टाटा वर्कर्स यूनियन के सौ साल पूरे होने पर यह सिक्का वितरित की जा रही है. टाटा वर्कर्स यूनियन का सौ साल मार्च 2019 में पूरा हुआ था, जिसमें यह घोषणा की गयी थी कि सभी कर्मचारियों के बीच यूनियन की ओर से सिक्का का वितरण किया जा रहा है. इसके तहत 1 मार्च 2019 से लेकर मार्च 2020 तक काम करने वाले टाटा स्टील के कर्मचारियों के बीच 50 ग्राम का सिक्का दिया जा रहा है, जिसकी कीमत करीब 4 हजार रुपये एक सिक्का का है. 1 मार्च 2019 से लेकर 31 मार्च 2020 तक में 12450 कर्मचारियों के बीच यह सिक्का वितरित किया जायेगा. इसमें पहले चरण में सारे 214 कमेटी मेंबर और पदाधिकारियों के बीच सिक्का का वितरण किया जायेगा जबकि उसके बाद वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों को अपने-अपने विभागों में बांट दिया जायेगा जबकि 1 मार्च 2019 से लेकर 31 मार्च 2020 के बीच रिटायर हो चुके कर्मचारियों के बीच भी सिक्कों का वितरण किया जायेगा. ग्वालियर की एक कंपनी ने इस सिक्का को तैयार किया है. इस सिक्के का इंतजार कर्मचारियों को काफी दिनों से है, जिसमें सौ साल पूरे होने और टाटा वर्कर्स यूनियन की पहचान का लोगो भी लगाया गया है. 50 ग्राम के चांदी का सिक्का मिलना कर्मचारियों के लिए गौरवपूर्ण और उत्साहवर्धक साबित होगा.

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