जमशेदपुर : झारखंड में पूर्ण लॉकडाउन लगाना है या नहीं, इसको लेकर राज्य सरकार अभी विचार कर रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के लोगों के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद मामले को देख रहे है, जिसके बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा. अभी तो रात 8 बजे के बाद पाबंदी लगायी गयी है और लोगो के अनावश्यक भीड़ नहीं लगाने की हिदायत दी गयी है. यह बातें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहीं.
श्री गुप्ता बुधवार को जमशेदपुर के सर्किट हाऊस में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे. उन्होंने इससे पहले तमाम पदाधिकारियों और निजी के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों के लोगों के साथ बैठक की. इस दौरान जांच का दायरा बढ़ाने पर जोर दिया गया. इस दौरान यह कहा गया कि मेडिका अस्पताल को दो से चार दिनों के भीतर शुरू करा दिया जाये ताकि 80 बेड का यहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन युक्त बेड शुरू किया जा सके.
इसके अलावा जादूगोड़ा के यूसिल में भी 30 बेड को तैयार कराया गया. टाटा मोटर्स कंपनी को अपनी भागीदारी को बढ़ाने को कहा गया है. इस दौरान मंत्री ने आपदा को अवसर में बदलने के लिए निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम के संचालकों को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि अगर नियम का उल्लंधघन करेंगे, मुद्रादोहन करेंगे तो क्लिनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी.
उन्होंने बताया कि टीएमएच समेत तमाम अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगो को सिर्फ सचेत रहना है. उ़न्होंने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया और कहा कि यह राजनीति का विषय नहीं है, यह मानव जाति को बचाने का वक्त है, जिस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कोरोना का यूके स्ट्रेन भी अब मिल चुका है. इस कारण यह खतरनाक ज्यादा है, इस कारण लोगों को खुद भी सचेत रहना होगा और राज्य सरकार पूरी तरह तत्पर है. सारी स्वास्थ्य सुविधाओं पर नजर रखी जा रही है.