जमशेदपुर : जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना अंतर्गत नामदा बस्ती निवासी विकास रजक के डेढ़ वर्षीय पुत्र रिशु का शुक्रवार को अपहरण कर लिया था. इस मामले में जमशेदपुर पुलिस ने 12 घंटे के अंदर खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना के संबंध में पुलिस ने बताया कि विकास रजक के पुत्र पड़ोस के रहने वाले वाली नीतू कौर और उसकी मां बबली कौर ने अगवा कर दंपती मंजीत सिंह और प्रभजीत कौर उर्फ सिम्मी को बेच दिया था. बच्चे को 3.50 लाख रुपये में बेच दिया गया था. पुलिस ने बच्चे को मंजीत सिंह के गोलमुरी स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया. पुलिस ने 3.50 लाख रुपए नगद भी बरामद कर लिया है. शनिवार को पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया.
बेटे के इलाज के लिए चोरी कर बेचा बच्चा
पूछताछ में बबली ने पुलिस को बताया कि उनका एक बेटा दिव्यांग है. उसी के इलाज के लिए रुपए की जरूरत थी इसलिए इस घटना को अंजाम दिया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि नीतू ओर मंजीत की मुलाकात पारडीह स्थित मनसा मंदिर में हुई थी. उस वक़्त नीतू ने मंजीत को बताया था कि उसके पास एक बच्चा है, जिसे वह बेचना चाहती हैं. वहीं से डील होने के बाद बच्चे को अगवा करने का प्लान बनाया गया. दंपती मंजीत ओर प्रभजीत को पहले से 2 बेटी है. उन्हें एक बेटे की जरूरत थी. इसलिए उन्होंने बेटे को खरीदने की बात कही थी. बच्चे को अगवा करने के बाद साकची ले जाया गया जहां से बच्चे को देकर नीतू ने रुपए ले लिए थे. पुलिस ने सारे रुपए नीतू के के रिश्तेदार के यहां से बरामद किए.
ये टीम थी शामिल
सूचना मिलने के बाद पुलिस टेक्निकल तरीके से मामले को सुलझायी. पुलिस ने सीसीटीवी की मदद ली और साथ ही कॉल लोकेशन भी ट्रैक किया. वरीय पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में डीएसपी 1 पवन कुमार की टीम ने मामले का खुलासा किया. इस टीम में डीएसपी के अलावा सिदगोड़ा थाना प्रभारी मनोज कुमार ठाकुर, सीतारामडेरा थाना प्रभारी अंजनी कुमार, एसआई शशि कपूर, पीएसआई सौरभ कुमार, एएसआई संतोष कुमार सिंह के अलावा अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे.