जमशेदपुर : सरायकेला-खरसांवा जिले के टिममियां गांव निवासी 19 वर्षीय सहदेव लोहार की हजारीबाग में संदिंग्ध अवस्था में मौत हो गई. सहदेव हजारीबाग के ग्लेज ट्रेनिंग प्राईवेट लिमिटेड में ट्रेनिंग करता था. गुरुवार को कंपनी के सुपरवाइजर कैलाश केराई ने सहदेव के परिजनों को घटना की जानकारी दी और शव को गांव पहुंचाया. इधर शव के गांव पहुंचने के बाद परिजनों ने पाया कि शव के नाक से खून बह रहा है और गर्दन भी फुला हुआ है. मामले को गंभीरता से लेते हुए बड़े भाई नकुल लोहार ने सरायकेला थाना में कंपनी के मालिक निरंजन और सुपरवाइजर कैलाश केराई पर हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज कराया है. शनिवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा.
डेढ़ माह पहले गांव के पांच युवको के साथ गया था हजारीबाग
सहदेव के भाई नकुल ने बताया कि सहदेव डेढ़ माह पूर्व ही हजारीबाग के ग्लेज ट्रेनिंग प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में ट्रेनिंग लेने गया था. उसके साथ गांव के बिजू लोहार, प्रकाश महतो, सचिन महतो, प्रकाश लोहार और लक्ष्मण हेंब्रम भी साथ ही गए थे. सभी बेहोशी की हालत में पाए गए. 26 दिसंबर की सुबह 4 बजे कैलाश ने फोन कर जानकारी दी कि सहदेव नहीं रहा. 26 दिसंबर की दोपहर ही कैलाश कंपनी के अन्य लोगो के सात शव लेकर गांव पहुंचा. पूछने पर कैलाश ने बताया कि 25 दिसंबर को छुट्टी वाले दिन सभी ने खाना खाया और सो गए. इस दौरान कमरे में ठंड से बचने के लिए अलाव जलाया हुआ था. कमरे में किसी तरह का वेंटिलेशन नहीं होने के कारण कमरे में धुआं भर गया था, जिससे सब बेहोश हो गए. कमरे में अन्य युवकों को छोड़कर वे लोग सहदेव को ही इलाज के लिए ले गए. इलाज को दौरान उसकी मौत हो गई.
घटना की रात वीडियो कॉलिंग में हुई थी बात
नकुल ने बताया कि 25 दिसंबर की रात को सहदेव ने वीडियो कॉलिंग पर बात की थी. उसे किसी तरह की कोई परेशानी भी नहीं थी. वह खुशी-खुशी वहां रह रहा था. अचानक सुबह उसकी मौत की खबर आई. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराकर गांव ले जाया गया है.