जमशेदपुर : ऑल इंडिया इपीएफओ स्टाफ फेडरेशन की ओर से धरना दिया गया. जमशेदपुर के साकची स्थित क्षेत्रीय इपीएफ ऑफिस के सामने कर्मचारियों ने धरना दिया. इस धरना का समर्थन कई अन्य विपक्षी राजनीतिक दलों के लोगों द्वारा भी किया गया है. इसके अलावा कई सारे मजदूर संगठन के लोगों ने भी इस धरना का समर्थन किया. इन लोगों ने आठ सूत्री मांगें रखी है. इसके तहत इन लोगों ने डिमांड किया है कि केंद्रीय न्यासी बोर्ड की 212वीं बैठक द्वारा अनुमोदित (स्टाफ हित संबंधि बिंदुओं को कार्यांवित नहीं किया गया) विसंगति निष्पादन सह अनुपालन कमेटी की रिपोर्ट को 9 दिसंबर से शीघ्र कार्यांवित किया जाये, पृथक कैडरों अनुलिपि, निजी सहायक, निजी सचिव और हिंदी अनुवादकों समेत सभी कैडरों के कार्मिकों को भरती नियमों को शीघ्र अनुमोदित किया जाये. पूर्व स्वीकृत संख्या बल में विसंगतियों समेत 31 मार्च 2019 तक के कार्यभार आधारित बी, सी और डी सभी सममूहों की संख्या बल की समीक्षा की जाये, वर्तमान दुरुह कार्य (यथा नेफ्ट वीडीआर अद्यतन, एपेंडिक्स इ, इसीआर संशोधन, नाम और जन्मतिथि सुधार, दावा प्रपत्र 5 आइएफ, 10 डी, 20 आदि का निष्पादन) के अनुसार कार्य का मानदंड और स्वीकृत संख्या बल की पुन: समीक्षा की जाये, एमएसीपी व कालबद्ध प्रोन्नति लाभ कार्यांवित किया जाये और 5 नवंबर 2015 को जारी परिपत्र को वापस लिया जाये. शारीरिक विकलांग और सेवारत दंपति वाले प्रावधान के तहत कार्मिकों का अंतरराज्यीय स्थायी स्थानांतरण नीति का कार्यांवयन किया जाये, सहायक भविष्य निधि आयुक्त से क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1 को वित्तीय शक्तियों का पुन: प्रत्यायोजन संबंधी कार्यालय आदेश को शीघ्र लागू की जाये, एक बार रियायत के तहत प्रवर्तन लेखा अधिकारियों और अनुभाग पर्यवेक्षकों को पदोन्नति और सेवानिवृत के कारण खाली पदों और पूर्वानुमानित सामाजिक सुरक्षा सहायक के पदों पर शीघ्र भरती की जाये. इन लोगों ने इन सारी मांगों को लेकर कई बार चेतावनी दी थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसके बाद बुधवार को इन लोगों ने धरना दिया.