जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों का ग्रेड रिवीजन समझौता होने जा रहा है. इसको लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन चौतरफा घिरी हुई है. रविवार को टाटा स्टील के कोल्ड रॉलिंग मिल (सीआरएम) के कमिटी मेम्बरों ने यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद से मुलाकात की और दबाने बनाया कि सीआरएम के सीनियर एसोसिएट्स वी-20 के समकक्ष का वेतन के साथ इंसेंटिव बोनस दिया जाए और जो इन्क्रीमेंट स्टेगनेशन बेनिफिट में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए. एसोसिएट्स का ग्रेड स्लैब वी-16 के बराबर किये जाने के साथ-साथ सीनियर एसोसिएट्स के बराबर का इन्क्रीमेंट बोनस मिलना चाहिए. जूनियर एसोसिएट्स को वी-8 की तरह ग्रेड हो और उसमें कोई बदलाव नहीं हो और जूनियर एसोसिएट्स को वी-8 के बराबर आइबी दी जाए. इसके अलावा एन सीरीज के कर्मचारियों को ब्लॉक-1 से अपग्रेड कर ब्लॉक-2 में किया जाए और एन सीरीज के कर्मचारियों को वी-8 के बराबर किया जाए. इसी तरह एन सीरीज के कर्मचारियों को ब्लॉक-2 से अपग्रेड कर ब्लॉक-3 में किया जाए और एन सीरीज के कर्मचारियों को वी-20 के बराबर किया जाए. डीए में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाए और एसोसिएट्स को चार साल का इंक्रीमेंटल बेनेफिट शुरू किया जाए. इस प्रतिनिधिमंडल में सीआरएम के कमिटी मेंबर सह यूनियन के सहायक सचिव नितेश राज, कमिटी मेम्बर संदीप कुमार विश्वास, हरे कृष्ण दुबे, सरोज पांडेय, भीम सिंह समेत अन्य लोग मौजूद थे.इसी तरह यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद के विभाग के कमिटी मेम्बर सुभाष ने भी अध्यक्ष को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा है कि एलडी 2 के एनएस ग्रेड और स्टील वेज के कर्मचारियों के साथ कोई धोखा अध्यक्ष करने की कोशिश नही करे. सुभाष ने कहा है कि नोट ऑफ कन्क्लूजन की आड़ में कर्मचारियों का अहित करने की कोशिश अध्यक्ष कर रहे है ताकि पीएन सिंह के नाम पर अपनी गर्दन बचा ले जो बचने वाला नही है. अगर समझौता मजदूर हित में नही हुआ तो वे लोग किसी भी हद तक जा सकते है. वैसे सुभाष ने अध्यक्ष को घेरते हुए बोला कि सात साल का समझौता इसलिए किया जा रहा है क्योंकि नोट ऑफ कन्क्लूजन में है लेकिन अध्यक्ष ये बताए कि मेडिकल एक्सटेंशन कैसे बन्द कर दिया क्या वह भी नोट ऑफ कंकलुजन में था.