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एस्सपायर संस्था ने जगन्नाथपुर के रस्सेल उच्च विद्यालय में किया उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन, कोरोना वायरस को लेकर चलाया जागरूकता अभियान

चाईबासा : चारो ओर कोरोना वायरस को लेकर चर्चा आम है। सरकार व प्रशासनिक स्तर से कोरोना वायरस को लेकर पूरी तैयारी की जा रही है। इस जागरुकता के अभियान में पश्चिमी सिंहभूम जिला में बाल अधिकार व शिक्षा अधिकार पर काम कर रहे एस्पायर संस्था ने भी जुड़ कर लोगों को कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अपने कार्य क्षेत्र में जागरुकता अभियान चलाना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में रविवार को रस्सेल उच्च विधालय जगन्नाथपुर में एस्पायर संस्था ने समाज में युवाओं की जिम्मेदारी व अपने क्षेत्र को बाल विवाह पर रोकथाम के साथ साथ बाल श्रममुक्त समाज का निमार्ण को लेकर युवा उन्मुखिकरण का आयोजन किया। जिसमें कोरोना वायरस समस्या को भी गम्भीरता के साथ देश का मुद्दा बताते हुए युवाओं को जागरुकता लाने के लिए कोरोना वायरस से जुड़े कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।

एस्पायर के ब्लॉक कोडिनेटर एस. रमेश, एलईपी कोडिनेटर सुरेश बाग, कलस्टर कोडिनेटर बिशाल गोप व रायमुनी सिंकु ने मिलकर इस युवा उन्मुखिकरण के माध्यम से कोरोना वायरस की युवाओं को जानकारी दी गई। बताया गया कि यह वायसर किस तरह चीन से निकल धीरे धीरे पुरे विश्व में अपने  पांव पसार रहा है। भारत भी अब इससे अछुता नही रहा है। अब तक इस वायरस से बचने का कोई टीका, वैक्सीन या दवा नही आयी है। इसलिए वायरस का प्रकोप से बचना है तो सबसे पहले छोटे छोटे गतिविधियों को करना होगा और जागरुक बनाना पड़ेगा।

कोडिनेटरों ने बताया कि सर्दी, खांसी, जुकाम, सीने में दर्द, आंख में जलन व  सांस लेने की यदि किसी को समस्या हो रही है तो तुरन्त चिकित्सक सलाह ले। दिन में कम से कम चार बार साबुन से हाथ धोये। चीखने व खांसने वाली व्यक्ति से एक मीटर की दुरी बनाये। हमेशा रुमाल व साफ कपड़ा का उपयोग खांसने चिखने के दौरान मुंह व नाम में ले। भीड़ भाड़ वाले जगह में देरी तक न रहे। अपने व आसपास क्षेत्र को साथ सुथरा रखे। बासी भोजन न खाये। शरीर को को गिला न रखे व सुखा कपड़ा ही पहने। खासकर छोटे बच्चों व उनके माताये विशेषकर जागरुक बने।

इस कार्यक्रम के दौरान सभी युवाओं ने यह संकल्प लिया की वे अपने अपने गांव टोला में कोरोना वायसर के नुकसान व इसके बचाव की जानकारी बैठक व व्यक्तिगत माध्यम से बचायेंगे और कोरोना वायरस को जानकारी ही बचाव है नामक हथियार से भारत से खदेड़ने के इस अभियान का हिस्सा बनेगे। इसके अलावे कोडिनेटरों ने बालक बालिका आवासीय सेतू पाठ्यक्रम केंद्र जगन्नाथपुर और सियालजोड़ा में पढ़ रहे बच्चों को भी कोरोना वायरस के कारण व बचाव की जानकारी दी गई। युवा उन्मुखिकरण में इसके आलावे मुख्य रुप से नशापान पर रोक, बाल अधिकार हर बच्चे को दिलाना, बाल अधिकार सुरक्षा समिति का गठन करना आदि जानकारी दी गई। इस अवसर पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के अनुमंडल अध्यक्ष मंजित कोड़ा, मालुका की उपमुखिया सवित्रि सिंकु, मानकी कृष्णा सिंकु, सहिया पार्वती कालंदी, ब्लॉक कोडिनेटर एस रमेश, सुरेश बाग, जयसिंह बोबोंगा, पूनम पुरती, रायमुनी सिंकु, लक्ष्मी कुमारी, रमेश सिंकु, निकहत परवीन, रुपेश सरकार, सुषमा गोप सहित युवा युवतियाँ शामिल हुई।

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