बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड के गुहियापाल गांव के बैंक ऑफ इंडिया का जेनेटर संचालक सह अस्थाई कर्मचारी पलटू नायक की आकस्मिक मौत हो गयी. यह खबर पाकर विधायक समीर महंती गांव पहुंचे और मामले की जानकारी ली. ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि निशा निवारण केंद्र बारीपदा में पलटू नायक को किसी कारण वश केंद्र के कर्मचारियों द्वारा बांध कर मार-पीट की गयी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. विधायक श्री महंती ने जमशेदपुर के एसएसपी को घटना का जानकारी दी. साथ ही विधायक ने कहा कि मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाये. दूसरी ओर इस घटना से गांव के ग्रामीणों में आक्रोश है. मृतक के पिता सहदेब नायक ने विधायक से कहा कि उनके पुत्र की हत्या की गई है. शरीर पर जगह-जगह पर चोट के निशान हैं. मृतक के भाई भोलटू नायक ने कहा कि बड़ा भाई अत्यधिक शराब का सेवन करता था. नशा छुड़ाने के लिए बारिपादा के नशा निवारण केन्द्र में 2 जुलाई को भर्ती कराया था. 6 जुलाई को घटना हुई. केन्द्र की ओर से परिवार को दोपहर में जानकारी दी गई कि पलटू नायक की मौत हो गई है. परिवार के सदस्यों ने मयूरभंज के जिलाअधिकारी और बारीपादा थाना को लिखित आवेदन देकर मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच कर दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी. इधर मृतक के पिता ने विधायक से मांग की है कि मामले की जांच करा कर दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई की जाये. उनका पुत्र घर का सहारा था. उसकी मौत से परिवार के समक्ष संकट कि स्थिति उत्पन्न हो गयी है. घर में मृतक की मां, पिता, पत्नी और बच्चे हैं. परिवार कैसे चलेगा. मौके पर विधायक श्री महंती ने जमशेदपुर के एसएसपी और बारीपदा के एसएसपी से दूरभाष पर बात कर घटना की जानकारी दी. विधायक ने कहा कि मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाये और मृतक के परिवार को मुआवजा राशि दी जाये. पलटू नायक की मौत होने से परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं गांव के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. मौके पर विधायक श्री महंती ने परिवार को सांत्वना देते हुए आश्वस्त किया है कि दुख की इस घड़ी में संगठन और वह परिवार के साथ हैं. मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की दिशा में हरसंभव प्रयास करेंगे. मौके पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष असित मिश्रा, मुखिया सोमाय हांसदा, स्वपन साव, कमल लोचन बेरा, राम बास्के, कानू बेरा, मिथुन कर समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.