चाईबासा : महाराष्ट्र के औरंगाबाद में घटी घटना के बाद पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा के दिशा निर्देशानुसार रेल प्रबंधन, आरपीएफ के साथ संपन्न संयुक्त बैठक में लिए गए निर्णय के बाद रेलवे लाइन के किनारे से आने वाले मजदूरों को रोकने कार्य शुरू हो गया है। बीती शाम ड्यूटी कर रहे आरपीएफ जवान साहिल सिंधु को रेलवे लाइन के जरिए पैदल देवझर ओडिशा से आ रहे पांच मज़दूर मिले। इसकी जानकारी उन्होंने अपने वरीय अधिकारी सब इंस्पेक्टर उत्तम कुमार गौतम को दी।
पूछताछ के क्रम में मजदूरों ने अपना नाम और पता क्रमशः मनोज गोड़सोरा पिता परसुराम गोड़सोरा स्टेशन कॉलोनी लान्दूबस्ती चाईबासा, राजू सोय पिता विजय सोय कृष्णापुर बड़ा आमदा सराईकेला, आंनद गोप पिता चोकरो गोप ग्रामबासा मुफस्सिल थाना पश्चिम सिंहभूम, नंदलाल गोप पिता सांगरा गोप ग्रामबासा थाना मुफस्सिल पश्चिम सिंहभूम, विजय सोय पिता जंगल सोय कृष्णापुर छोटा आमदा सरायकेला बताया। सारी जानकारी एकत्र करने के बाद आरपीएफ डांगुवापोसी द्वारा सभी को राजकीय उत्क्रमित विद्यालय डांगुवापोसी ले जाया गया और स्थानीय ग्राम पंचायत की मुखिया प्रभा देवी की जानकारी में उन्हें क्वारंटाइन किया गया। इसके बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी जगन्नाथपुर से भी संपर्क किया गया, जिसमें ये निर्णय लिया गया कि अगली सुबह प्रात में उन सभी को क्वारंटाइन और स्वास्थ्य जांच के लिए प्रखंड मुख्यालय जगन्नाथपुर ले जाया जाएगा।