चाईबासा : डांगुवापोसी रेलवे कॉलोनी में अज्ञात असमाजिक तत्वों की गतिविधि से इलाके के लोग दहशत में हैं। पिछले कुछ दिनों से रेलवे कॉलोनी में आपूर्ति की जाने वाली पानी टंकी पर कुछ असामाजिक तत्व को चढ़ते उतरते देखा गया है। लोग जब तक शोर मचाते व उन्हें पकड़ने की कोशिश करते है, तब तक वे फरार हो जाते हैं। ऐसी ही घटना बीती रात को भी घटी। उसके बाद से पुलिस चौकस हो गयी है और इंजीनियरिंग विभाग में हड़कंप मच गया है। पानी टंकी से हजारों लीटर पानी फेंका गया और पानी का सैम्पल इंजीनियरिंग विभाग के द्वारा रख लिया गया है। इस घटना की सूचना मंडल मुख्यालय में रेलवे के वरीय पदाधिकारियों को भी दे दी गयी है। पानी टंकी पर चढ़ने वाला शख्स कौन था, उसकी तलाश जारी है। वहीं उसका मकसद क्या हो सकता है इसको लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चा है। कोरोना संक्रमण के संकट काल में इस तरह की घटना से लोग जितने खौफजदा हैं उससे भी कहीं ज्यादा गुस्से में भी हैं। ज्ञात हो कि शाम करीब 7:30 दो संदिग्ध लोगों को, जिनकी उम्र लगभग 16-17 वर्ष बतायी जाती है, देखा गया। उनमें से एक वेस्ट रेलवे कॉलोनी डांगुवापोसी में स्थित पानी टंकी के ऊपर खड़ा देखा गया और दूसरा पानी टंकी के नीचे खड़ा था। माना जा रहा है कि शायद पानी टंकी में कुछ डालने के मंशा से चढ़ा था। शाम के समय बगल के क्वार्टर की महिला ने देखा और विरोध करने पर दोनों भाग खड़े हुए।
इसके बाद उक्त महिला ने इसकी सूचना आईओडब्ल्यू को दी। सूचना पाते ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्य रणजीत सिंह, बीएस जामुदा, सिंकू मंडल, आरपीएफ सब इंस्पेक्टर आरके यादव, जीआरपी सुरक्षाबल, हेल्थ इंस्पेक्टर घनश्याम मिश्रा एवं मेंस कांग्रेस के सचिव सुभाष मजूमदार घटनास्थल पर तत्काल पहुंचे और निरीक्षण कर उक्त महिला के कथनों के आधार पर यथास्थिति से अवगत हुए। इसके बाद रणजीत सिंह ने इस घटना का जानकारी अपने वरीय अधिकारी को दी। वरीय अधिकारी ने तुरंत उस पानी टंकी में एकत्रिक पानी को ड्रेन ऑउट करने का आदेश दिया। साथ ही पानी का सैम्पल लेकर सुरक्षित रख लिया गया, जो जाँच के लिए भेजा जायेगा। बताया जाता है कि 15 दिन पहले भी इस तरह की घटना दूसरी पानी टंकी (जो रनिंग रूम के पीछे है) देखी गयी थी। सुबह होते ही रेलकर्मियों ने पानी टंकी की सफाई की, जिससे बाजार मोहल्ला के लगभग 200 रेल क्वार्टर में आज सुबह पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई। साथ ही उस टंकी पर चढनेवाले सीढ़ी को भी हटा दिया, ताकि कोई असामाजिक तत्व उस पर चढ़ न पाये। हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ और लगातार दो बार पानी टंकी में संदिगध चीज डालने का प्रयास काफी चिंता का विषय है। लेकिन असामाजिक तत्वों का सुराग अब तक मिल नहीं पाया है और वे गिरफ्त से बाहर हैं।