जमशेदपुर : 17 वर्ष पूर्व झारखंड के तत्कालीन पेयजल स्वच्छता मंत्री और आजसू नेता चंद्र प्रकाश चौधरी की जमशेदपुर के मानगो गोलचक्कर में लगी तस्वीर और होर्डिंग्स को जलाने के मामले में भाजपा नेता विकास सिंह सहित सात भाजपा और भाजमो नेता को जमशेदपुर कोर्ट के न्यायिक दंडाधिकारी पूजा लाल की अदालत ने लम्बी चली बहस के बाद बरी कर दिया गया. 17 वर्ष पूर्व हुए मामले में बरी हुए भाजपा नेता विकास सिंह ने बताया कि मानगो में बनने वाली मानगो पेयजल आपूर्ति योजना में तत्कालीन सरकार के द्वारा काफी विलंब किया जा रहा था.तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर योजना को टालने का प्रयास किया जा रहा था, जिसके कारण बुंद – बुंद पानी के लिए छटपटा रही मानगो की जनता का जन आक्रोश फुट पड़ा था जिसके कारण कई बार लोगों ने तत्कालीन राज्य सरकार को पत्राचार कर योजना को जल्द पटल पर लाने की बात कही थी.लेकिन स्थानीय लोगों को योजना ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा था. (नीचे भी पढ़ें)
मानगो की आक्रोशीत जनता ने तत्कालीन पेयजल स्वच्छता मंत्री के कार्यालय में घूस के रूप में मनी ऑर्डर भी भेजने का कार्य किया था. फिर भी कार्य नहीं शुरू होने पर लोगों ने मानगों गोलचक्कर में मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का पुतला दहन किया.उसी भीड़ में अज्ञात लोगों ने मानगो गोलचक्कर में मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी की लगी तस्वीर की होर्डिंग को आग के हवाले कर दिया था, जिससे आक्रोशित होकर आजसु पार्टी के तात्कालिक जिलाअध्यक्ष चंदेश्वर पांडेय ने भाजपा नेता विकास सिंह, विजय तिवारी, भाजमो नेता मुकुल मिश्रा एवं सुबोध श्रीवास्तव (पहले ये लोग भाजपा में थे), भाजपा के गंगा प्रसाद साहू, जगदीश सिंह मुंडा, नीलकमल शेखर को अभियुक्त बनाते हुए मानगो थाना में मुकदमा दर्ज करवाया था. (नीचे भी पढ़ें)
17 वर्ष चले मुकदमे में आरोपियों की तरफ से अधिवक्ता राजहंस तिवारी एवं संजीत सरकार ने बहस कर सभी पर लगे आरोप को निराधार बताया. आजसू पार्टी की ओर से कोई भी नेता अथवा समर्थक न्यायालय में आरोपियों के खिलाफ प्रमाण नहीं दे पाया जिसके कारण आज सभी को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया. बरी होने पर भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा कि सत्य की जीत हमेशा होती है और यह पहला मुकदमा नहीं आम लोगों को हक अधिकार दिलवाने के कारण दो दर्जन से अधिक मुकदमा उनके ऊपर दर्ज हैं। लेकिन भारत के संविधान और कानून पर उन्हें भरोसा है जहां सत्य की हमेशा जीत होती है.