जमशेदपुर : कोरोना संकट व सरकार की गाइडलाइन को देखते हुए काशीडीह स्थित ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह क्लब इस बार सादगी व साधारण रूप से दुर्गापूजा का आयोजन करेगा. क्लब के संरक्षक अभय सिंह ने बताया कि पूजा के दौरान एहतियात के साथ ही सरकार की सभी गाइडलाइन का पालन किया जायेगा. वहीं इसके लिए क्लब की ओर से गाइडलाइन भी तय की गयी है, जिसका सख्ती से पालन किया जायेगा. उन्होंने बताया कि पूजा के दौरान पूजा मैदान में क्लब के सदस्यों को छोड़ बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक रहेगी. वहीं साधारण पूजा पंडाल का निर्माण किया जायेगा, ताकि पूजा को विधि-विधान के साथ सफल बनाया जा सके. उन्होंने पूजा के दौरान शहरवासियों से काशीडीह नहीं आने की अपील की है. साथ ही कहा है कि जमशेदपुर के आमजनों से मैं क्षमा प्रार्थी हूं कि इस वैश्विक महामारी कोरोना के कारण हमारे कार्यकर्ताओं एवं बस्ती के बुजुर्गों को मैं जान जोखिम में नहीं डाल सकता. इह निर्णय से सभी को थोड़ा दुख हो सकता है, पर इस शहर के आमजनों के 500 से अधिक परिवार उजड़ गए. (क्लब के द्वारा तय गाइडलाइन)
- कोरोना वैश्विक महामारी को लेकर आगामी दुर्गापूजा बिल्कुल सादगी एवं साधारण रूप से मनाई जाएगी.
- इस बार कोई थीम का या भब्य पंडाल का निर्माण को स्थगित कर बिल्कुल छोटे से सादे पंडाल का निर्माण होगा, ताकि पूजा या अनुष्ठान सफल हो जाये साथ ही अचानक आये तूफान, साइक्लोन, पानी, वर्षा से बचा सके. पंडाल में केवल बैठने के लिए 25 कुर्सी कार्यकर्ताओं के लिए रहेगी.
- कार्यकर्ता सोसल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाकर रहेंगे साथ ही सेनेटाइजर व्यवस्था रहेगी.
- मां दुर्गा की प्रतिमा लगभग 4 फीट की रहेगी,
- दुर्गापूजा में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम इस बार पूर्ण रूप से स्थगित कर दिया गया है.
- मैदान पूरी तरह से सील रहेगा, केवल मेम्बर छोड़कर आम जनता के आने पर प्रतिबंध है.
- किसी भी प्रकार का तोरण द्वार, स्टेज आदि के कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है,
- पंडाल के अंदर ही तक विद्युत व्यवस्था रहेगी,
- पंडित एवं यजमान की सोसल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा की विधि पूरी की जाएगी.
- विसर्जन शोभा यात्रा किसी भी प्रकार की नहीं होगी.
- षष्ठी कलश यात्रा में केवल पंडित और दो व्यक्ति नदी जाकर जल को अपने निजी वाहन से लाएंगे.
- किसी भी तरह के अतिथि स्वागत समारोह, उद्घाटन समारोह या समापन कार्यक्रम नही होंगे.
- पूजा समिति ने जमशेदपुर की जनता से अपील की है कि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण आप काशीडीह पूजा पंडाल नहीं आये, इस बार यहां केवल पारिवारिक पूजा तक सीमित रहेगी.
- काशीडीह में कोरोना के कारण 10 परिवार उजड़ गए, जिसमें मेरे परिवार के एक चचेरे भाई भी शामिल हैं.
- सारे सदस्यों ने कोरोना के कारण एक स्वर में कहा कि पूजा सांकेतिक हो और इस बार के भीड़-भाड़ से बस्ती कोरोना की चपेट में होगा और महामारी फैलेगी.
- मैंने जमशेदपुर के उपायुक्त से अपील है कि सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन, जिसमें पंडाल में केवल 7 लोंग ही रहेंगे ये अव्यवहारिक है जो स्वीकार नहीं. सरकार द्वारा इसे कम से कम 50 लोग रहें, ताकि चारो दिन क्रमवार एवं समयानुसार समय देकर अनुष्ठान को पूर्ण रूप से सफल कर सकें.
- जिला प्रशासन से अपील है कि काशीडीह के अंदर प्रवेश चार मार्गों में बैरिकेडिंग लगाकर किसी भी प्रकार के वाहनों के आने पर पूर्ण प्रतिबंध हो, इसके लिए क्लब के सदस्यों की एक टीम ट्रैफिक पुलिस एवं जिला प्रशासन से मिलेगी.