जमशेदपुर : जमशेदपुर के लेखक अंशुमन भगत ने अपनी दोस्त मीनाक्षी सिंह की सहायता के लिए साइबर क्राइम कंप्लेन दर्ज करवाई है. श्री भगत ने इस कदम की चर्चा में बताया कि उनकी दोस्त मीनाक्षी सिंह के नाम से फ़ेसबुक पर फेक अकाउंट बनाकर उनके पहचान को ख़राब करने की कोशिश की जा रही है. श्री भगत सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स की गतिविधियों का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी दोस्त की पहचान को धोखे से नुकसान पहुंचाने की कोशिश करना अधिकारिक तौर पर गलत है और मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता. अंशुमन भगत ने इस मुद्दे पर साइबर क्राइम के खिलाफ एक कंप्लेन दर्ज करवाई है, साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स को भी इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है. साइबर क्राइम के मामलों में आजकल ऐसे घटनाओं की बढ़ती संख्या देखने को मिल रही है, जो लोगों की ऑनलाइन इज़्ज़त और गरिमा को ख़तरे में डाल रही है. (नीचे भी पढ़ें)
इस प्रकार की गतिविधियों का सामना करने के लिए, सामाजिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स को और भी सख्ती से विज्ञापन करने की आवश्यकता है. श्री अंशुमन ने नाम बदलने की कड़वाहट को खुलकर बताया और कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स को उन्हें स्थानांतरित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यह समय है कि हम सभी मिलकर साइबर सुरक्षा को महत्वपूर्णता दें और इस पर कार्रवाई करें, ताकि हमारा आज कल का जीवन और ऑनलाइन उपस्थिति सुरक्षित रहे. अंशुमन भगत ने पहले भी साइबर क्राइम के मामले में कंप्लेन दर्ज कराई हैं और उन्हें इस क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाते हुए देखा गया है. उन्होंने साइबर क्राइम के खिलाफ लड़ाई में अपना समर्थन प्रदान किया है और इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का संकल्प जताया है. श्री भगत ने अपने इस कदम से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि हर व्यक्ति को साइबर सुरक्षा के मामले में सक्रिय होना चाहिए और ऐसी गतिविधियों के खिलाफ लड़ाई में शामिल होना चाहिए. इससे न केवल उनकी दोस्त की सहायता होगी, बल्कि यह एक सकारात्मक संदेश भी देगा कि सोसाइटी में ऐसे दुर्भावनात्मक और अवैध गतिविधियों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए.