जमशेदपुर : श्रीश्री शीतला माता मंदिर टुइलाडूंगरी में चल रहे चैत्र नवरात्रि जवारां महोत्सव का बुधवार को विसर्जन हुई। कोरोना काल एवं सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रांगण के बगल में ही ज्योत एवं जवारां का विसर्जन किया गया। छत्तीसगढ़ी समाज का यह प्रमुख त्यौहार, जिसे बड़े धूमधाम के साथ समाज के द्वारा मनाया जाता रहा है, लेकिन समय अनुकूल नहीं होने के कारण क्षेत्र की सुख-शांति की मंगलकामना के साथ इस बार की पूजा-अर्चना पूर्ण रूप से समर्पित रही. ज्योत के साथ गेंहू से उपजे जवारां को सर पर लेकर समाज की औरतें एवं लड़कियां अपने परिवार की सुख-शांति की कामना करती हैं। (नीचे भी पढ़ें)
पूजा सम्पन्न करने में नौ दिनों तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बैगा खलेश्वर साहू,बैगा बीरबल साहू ,पंडा रामेश्वर साहू,पंडा सहयोगी गुलाब देवांगन,बैगा सहयोगी दिलीप साहू को विशर्जन के पश्चात आरती कर भेंट लग कर मंदिर समिति के द्वारा विदाई दी गई तथा जश गायन मंडली के द्वारा उन्हें उनके आवास तक पहुँचाया गया। टुइलाडूंगरी की जश गायन मंडली ने अपने भजनों एवम जश गीत से छोड़ी अपनी एक नई पहचान,बीते वर्षों तक जश गायन के लिए छत्तीसगढ़ से टोली आती रही है लेकिन इस वर्ष कोरोना के चलते स्थानीय स्तर पर ही समाज के लोगो ने बनाई टोली ने अभ्यास कर जश गायन मंडली को दी नई पहचान। महिला समिति ने दिया महत्वपूर्ण योगदान,इस पूजा के दरमियान किसी भी महिला को नियमानुसार सप्तमी तक दर्शन नही हो पाता है लेकिन अष्ठमी हवन के पश्चात पट खुलता है और महिलाएं पूजा अर्चना और माँ का आशीष लेती है पर प्रथमा से ही महिलाएं अपनी सेवा कार्य मे लगी रहती है। (नीचे भी पढ़ें)
पूरे पूजा को सम्पन्न करने में दिनेश कुमार, ऐशराम साहू, शांताराम कौशल, मोतीलाल साहू, गंगाराम साहू, चंद्रभूषण प्रसाद, परमानंद कौशल, वीरेन्द्र साहू, त्रिवेणी कुमार, गिरधारी साहू, सूरज निषाद, महावीर प्रसाद, कामेश्वर साहू, दयालु निषाद, मंजू साहू, फूलो देवी, कलावती देवी, नूतन साहू, द्रौपदी साहू, नंदनी देवी, इंद्रा देवी, पुष्पा निषाद, मंजू ठाकुर, दीपक साहू, रोशन साहू, मनोज निषाद, गोविंद साहू, प्रसाद राव, श्रीनू राव, नवीन कुमार, मंटू साहू समेत अन्य लोगों की सराहनीय भूमिका रही।