जमशेदपुर : धनबाद के एडीजे-8 उत्तम आनंद की असामयिक एवं दुःखद मृत्यु पिछले 28 जुलाई 2021 को हो गयी. वे स्वभाव से काफी शालीन व्यक्ति थे तथा दूसरों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते थे. उन्होंने 29 मई 2002 को न्यायिक सेवा में अपना योगदान दिया था. उन्होंने बोकारो, चतरा, जमशेदपुर, गुमला, रांची, डाल्टेनगंज तथा बोकारो न्यायमंडल के तेनुघाट में अपना बहुमूल्य योगदान दिया. उनकी अंतिम पदस्थापना धनबाद न्यायमंडल में थी. सन् 2006 से 2010 तक वे जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में पदस्थापित थे तथा उनका न्यायिक कार्यकाल व व्यक्तित्व उल्लेखनीय तथा अविस्मरणीय रहा. हर पदाधिकारी तथा व्यक्ति जो उनके साथ काम किये अथवा उनके संपर्क में आये, उनके व्यक्तित्व, न्यायिक कार्य और व्यवहार से इतने प्रभावित हुए कि उनकी स्मृति एक अमिट छाप के रूप में समाहित हुई. उनकी परिवारिक पृष्ठभूमि कानूनविदों की है यथा उनके पिता, भाई तथा साले साहब वकालत पेशा से जुड़े हुए हैं. स्व उत्तम आनंद हजारीबाग के निवासी थे. वह अपने पीछे दो पुत्री, एक पुत्र तथा पत्नी छोड़ गये है. जज उत्तम आनंद के निधन पर व्यवहार न्यायालय के न्यायिक पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपने शोक संदेश में कहा है कि उनकी असामयिक तथा दुःखद मृत्यु सिर्फ उनके अपने परिवार व झारखंड न्यायिक पदाधिकारियों के परिवार अथवा न्यायिक संस्थान की ही क्षति नहीं है, बल्कि पूरे देश के न्यायिक परिवार तथा समस्त विश्व के ऐसे व्यक्ति, जो न्यायिक कार्य का संपादन करते हैं, के लिए अपूरणीय क्षति है. व्यवहार न्यायालय जमशेदपुर के न्यायिक पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने दिवंगत आत्मा के सम्मान में एकत्रित होकर दो मिनट का मौन रखा तथा परमपिता परमेश्वर से दिवंगत जज उत्तम आनंद की पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की. साथ ही कहा कि हम सब एकजुट हैं तथा यह स्पष्ट कर रहे हैं कि न्याय के इस मंदिर में कार्य करने वाले सभी न्यायिक पदाधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता तथा पक्षकार पुण्यमय, निष्पक्ष तथा निर्भयता की भावना से अपने कार्यों का सम्पादन करते रहेंगे.