जमशेदपुर : जमशेदपुर के नागाडीह चर्चित मॉब लिचिंग हत्याकांड मामले की सुनवाई कर रहे जमशेदपुर कोर्ट के एडीजे-वन विमलेश कुमार सहाय की अदालत ने शनिवार को मामले की सुनवाई करते हुए अभियोजन साक्ष्य बंद कर दिया. अब अदालत ने 25 जून को इस मामले की 27 अभियुक्तों का बयान धारा 313 के तहत कलम बंद किए जाने का तिथि मुकर्रर की हैं. इस मामले में कुल 15 लोगों की गवाही हुई हैं. अदालत ने उक्त तिथि पर मामले की सभी अभियुक्त को अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश दिया हैं. (नीचे भी पढ़ें)
गौरतलब है कि बागबेड़ा थाना क्षेत्र के नागाडीह में 18 मई 2017 की शाम बच्चा चोरी के आरोप में जुगसलाई नया बाजार इलाके का रहने वाले दो सगे भाई विकास वर्मा, गौतम वर्मा, उनकी दादी रामसखी देवी और साथी बागबेड़ा गढ़ाबासा के गंगेश गुप्ता की पुलिस की मौजूदगी में गांव वाले ईंटा पत्थर से पीट -पीट कर हत्या कर दी थी. इस संबंध में मृतक के भाई उत्तम वर्मा के बयान पर बागबेड़ा थाने में तीन डर्जन अभियुक्त के खिलाफ बागबेड़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. मृतक के भाई उत्तम वर्मा ने पुलिस को बताया था कि वह छोटा भाई विकास वर्मा के साथ नागाडीह गये थे, मितलाडीह और जगन्नाथपुर के बीच शौचालय बनाने का काम मिला था. उनके द्वारा स्वच्छता सेफ्टी टैंक के लिए पोस्टर लगाई गई थी, पोस्टर सामुदायिक भवन के पास लगी थी. देखते हुए आगे बढ़ने लगे. तभी उग्रभीड़ ने उन्हें रोक लिया और आधार कार्ड मांग उसके पास आधार कार्ड था लेकिन विकास के पास नहीं था. गौतम को इसकी जानकारी दी गई तो गौतम दादी रामसखी देवी और साथी गंगेश व परिवार के अन्य लोगों के साथ नागाडीह पहुंचे. तबतक पुलिस भी वहां पहुंच गई. उग्रभीड़ ने पुलिस जीप पर पथराव करने लगे. पुलिस की संख्या कम थी. पुलिस ने घटना को देखते हुए सभी को जीप पर बैठा लिया था. उग्रभीड़ ने जीप के पीछे से सभी को खींच कर उतार लिए, एवं भीड़ ने ईंटा -पत्थर से गौतम वर्मा, विकास वर्मा, गंगेश गुपता की पीट -पीट कर हत्या कर दी. उनकी दादी रामसखी देवी को भी नहीं बख्शा, रामसखी की इलाज के दौरान टीएमएच में मृत्यु हो गई थी. उत्तम वर्मा ने मुखिया राजाराम हांसदा, डॉक्टर मार्डी, गणेश टुडू, बाबूराम मुर्मू, मृत्युंजय सरदार, ग्राम प्रधान भीष्म सरदार, सुभाष हांसदा, राजेश टुडू समेत अन्य हैं.