जादूगोड़ा: आत्मरक्षा के लिए जादूगोड़ा में हैप्पकिड़ो का प्रशिक्षण लड़कियों के लिए शौक बनता जा रहा है. यूसिल अधिकारियों से लेकर कंपनी कर्मियों के बच्चे हैप्पकिड़ो का प्रशिक्षण लेकर आत्मरक्षा का गुर सीख रहे है. बताते चले कि हैप्पकिड़ो एक लोकप्रिय खेल है, जिसे आज की लड़कियां आत्म रक्षा के तौर पर सीख रही है. जिसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. यहां लगाने वाले कैंप में जादूगोड़ा की 30 से अधिक लड़किया यूसिल कॉलोनी में हैप्पकिड़ो का प्रशिक्षण ले रही है.(नीचे भी पढ़े)
जिसका मकसद पढ़ाई के अतिरिक्त बुरी परिस्थितियों में आत्मरक्षा के तकनीक जानकर अपने को सबल व सशक्त बनाना है. ताकि प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर हैप्पकिड़ो का प्रशिक्षण लेकर जादूगोड़ा का नाम रौशन किया जा सके. जिसको लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रही यूसिल अधिकारी आरके मोदी की पुत्री अनिका मोदी व खुशी कहती है कि बीते चार सालों से मार्शल आर्ट्स के जरिए बैक्सिंग,जुड़े-कराटे व हैप्पकिड़ो का प्रशिक्षण अमित साहू दे रहे है.(नीचे भी पढ़े)
सप्ताह में दो दिन प्रशिक्षण दिया जाता है. इस प्रशिक्षण से अनुशासन, बेहतर स्वास्थ्य ताजगी का महसूस होता है. इस बाबत पूछे जाने पर तुरामडीह के प्रशिक्षक अमित साव कहते हैं कि हैप्पकिड़ो के प्रति लड़कियों व अभिभावको में जागरूकता आई है. चार बच्चों से शुरू हुई यह प्रशिक्षण अब 45 बच्चों तक पहुंच गया ,जिसमे लड़कियों की संख्या 30 से अधिक है.