गालूडीह : उलदा पंचायत के पुतरु में सरकारी जमीन पर मकान निर्माण को लेकर हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने जितेंद्र कुमार दुबे के तहरीर पर 16 नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट सहित कई गंभीर धाराओं में मॉब लिंचिंग का केस दर्ज कर कार्रवाई में जुट गयी है. मालूम हो कि उलदा पंचायत के पुतरु गांव में रविवार को ग्रामीणों ने दो युवकों को जमकर पिटाई कर दी थी. पिटाई के बाद दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया था. दरअसल रविवार शाम पुतरु गांव के पास विवादित सरकारी जमीन में जमशेदपुर निवासी जितेंद्र कुमार दुबे द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसके बाद सूचना मिलते ही पुतरु के ग्रामीण पहुंचे और निर्माण कार्य को रोकने को कहा. (नीचे भी पढ़ें)
जब ग्रामीण निर्माण कार्य रोकने गए तो नारगा के दो युवक सुनील दास और बोदरा पटनायक ग्रामीणों के साथ गाली गलौज और मारपीट की थी. इसके बाद ग्रामीणों ने दोनों को पकड़कर जमकर धुनाई की थी. मारपीट के बाद दोनों युवक घायल हो गया था. दोनों युवकों को पुलिस द्वारा अनुमंडल अस्पताल घाटशिला भेजा गया था. गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक द्वारा बोदरा पटनायक एमजीएम जमशेदपुर रेफर किया गया है. जहां युवक की स्थिति गंभीर बनी हुई है. (नीचे भी पढ़ें)
क्या है मामला : मालूम हो कि जमशेदपुर निवासी जितेंद्र कुमार दुबे अपनी पत्नी आरती कुमारी के नाम से पुतरु हाइवे किनारे पुतरु के में जमीन खरीदा है. उक्त जमीन के समीप मैदान में सार्वजनिक जमीन में गोट पूजा की जाती है, फुटबॉल खेला जाता है और मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया जाता है. ग्रामीणों का आरोप है कि जमशेदपुर निवासी जितेंद्र कुमार दुबे मनमानी से सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर जबरन मकान बना रहा है.