पर्यावरण चेतना केंद्र पोटका में मनाया गया बिरसा मुंडा की शहादत दिवस, सिद्धेश्वर सरदार ने कहा – प्राकृतिक धरोहर को बचाने की को जरूरत
जादूगोड़ा : बिरसा मुंडा आदिवासी सास्कृतिक मंच बड़ा सिकदी की ओर से धरती आबा बिरसा मुंडा की पुण्य तिथि मनाई गई. इधर इस मौके पर समारोह आयोजित कर उनकी जीवनी पर लोगों ने प्रकाश डाला. समारोह को संबोधित करते हुए आदिवासी भूमिज सलाहकार समिति के सलाहकार सिदेश्वर सरदार ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनो की रक्षा व बचाने के लिए बिरसा मुंडा ने संघर्ष किया व बलिदान दिया, जिसकी वजह से आदिवासियों के हित में सीएटी कानून लागू हुआ. अंत में उन्होंने युवाओं की उनके आदर्श को आत्मसात कर झारखंड की प्राकृतिक धरोहर को बचाने का आह्वान किया ताकि आदिवासी स्वतंत्र व स्वाभिमान के साथ के जिंदगी जी सके. इसके पूर्व लोगो ने हमारा गांव में हमारा राज का नारा बुलंद किया. कार्यक्रम में बिरसा मुंडा आदिवासी सांस्कृतिक मंच बड़ा सिकदी की ओर से विभीषण, प्रियंका मुंडा, गौरी मुंडा,लखींद्र मुंडा ,जोबा टुडू,जयंती सरदार, सुरेश सरदार, अर्जुन सरदार, मालती सरदार, अनीता सरदार, सिद्धेश्वर सरदार ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. (नीचे भी पढ़ें)
भगवान बिरसा मुंडा के सिद्धांतों और विचारों को आगे बढ़ाने की जरूरत है : लखन मार्डी : भाजपा कार्यकर्ताओं ने भगवान बिरसा मुंडा के पुण्यतिथि पर एचसीएल आईसीसी गेट के समीप स्थित भगवान बिरसा मुंडा की विशालकाय मूर्ति पर माल्यार्पण किया. मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित भाजपा के पूर्व प्रत्याशी झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता लखन मार्डी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा भगवान बिरसा मुंडा हम सबों के लिए प्रेरणा स्रोत है, उनके सिद्धांतों और विचारों को आगे बढ़ाने की जरूरत है. कांग्रेस के शासन में देश के आदिवासी महानायकों को भुलाने का काम हुआ दूसरी और मोदी सरकार में भगवान बिरसा मुंडा जी के जन्मदिवस 15 नवंबर को भारत देश में जनजाति गौरव दिवस घोषणा कर आदिवासी महानायकों को सम्मान देने का काम किया है. आज का दिन 9 जून को भगवान बिरसा मुंडा का पुण्यतिथि है हम सभी जानते हैं किस तरह से बिरसा भगवान को यातनाएं दी गईं थीं और जहर देकर हत्या कर दिया गया था. 9 जून को जनजाति समाज के नरसंहार दिवस के रूप में स्मरण किया जाना चाहिए. बिरसा मुंडा जी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष किया, जनजाति समाज को ईसाइयों के धर्मातारण से बचाने, अत्याचारों से समाज को बचाने, समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने व शोषक वर्ग से समाज को बचाने की रही है. भारत की आत्मा गांव में बसती है. भगवान बिरसा मुंडा केवल जनजाति समाज के नहीं अपितु समुचित ग्राम्य भारतीय समाज के नायक और रक्षक थे. मौके पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष विजय पांडे, ओबीसी मोर्चा जिला महामंत्री दीपक दंडपाठ, प्रमोद सिंह, विकास पंडा, सुरेश मुखी, राजिव घोष, गोविंद बेहरा, मंगल बहरा, रितेश टुडू आदि मौजूद थे. (नीचे भी पढ़ें)
एचसीएल-आईसीसी गेट के समीप भाजपा नेत्री गीता मुर्मू ने भगवान बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि : धरती आबा बिरसा मुंडा का बलिदान दिवस रविवार को एचसीएल-आईसीसी गेट के समीप स्थित भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर विभिन्न संगठन के प्रतिनिधियों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया. वही मुसाबनी के बेनाशोल में भाजपा नेत्री सह पूर्व जिला पार्षद गीता मुर्मू ने अपने समर्थकों के साथ भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. मौके पर बाबा सांखो टुडू, मुसाबनी प्रखंड प्रमुख रामदेव हेंब्रम, भुक्तु मार्डी, नीलिमा धवरिया, शिला मुर्मू, किशोर पातर, कार्तिक बेलदार, मिहिर पल आदि मौजूद थे. (नीचे भी पढ़ें)
बांगुड़दा में भगवान बिरसा के शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए विधायक मंगल कालिंदी
पटमदा : पटमदा प्रखंड की बांगुड़दा गांव में रविवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के शहादत दिवस के मौके पर शहीद बिरसा मुंडा रक्षा कमेटी बांगुड़दा के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी शामिल हुए. इस दौरान विधायक ने बिरसा मुंडा के मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया. इस दौरान कमेटी द्वारा बच्चों के बीच क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें पहला से तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को विधायक ने अपने हाथों में पुरस्कृत किया. इस दौरान रात्रि में पुरुलिया जिले से पहुंचे टीम द्वारा छौ नृत्य प्रस्तुत किया. मौके पर विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले धरती आबा बिरसा मुंडा ने देश के लिए अपनी जान कुर्बानी कर दी. उनके साहस, समर्पण और बलिदान प्रत्येक भारतीय को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। इसके पहले विधायक ने बीते दिनों सड़क दुर्घटना में मरे बांगुड़दा ग्राम निवासी दिवंगत अन्ना महतो के श्राद्धकर्म में शामिल होकर पति सनातन महतो से मिलकर शोक व्यक्त किया. मौके पर ग्राम प्रधान अश्विनी सिंह, झामुमो नेता मंटू महतो, हरेकृष्ण महतो, प्रदीप सिंह, रामनाथ महतो, अबोध कालिन्दी, गोपाल चन्द्र महतो, मनोज कर्मकार, विजय महतो, झंटू महतो, विकास महतो आदि ग्रामीण उपस्थित थे.