चाकुलिया : पश्चिम बंगाल के बेलपहाड़ी थाना क्षेत्र के साबड़ाकोचा गांव निवासी सालकू सबर और उसकी पत्नी पूटी सबर इन दिनों बंगाल से झारखंड के पहाड़ी इलाकों में औषधीय जड़ पोंगा जड़ की खोज में पहुंच रहे हैं. सोमवार को सबर दंपति चाकुलिया प्रखंड की माटियाबांधी पंचायत के घाघरा गांव स्थित गोटाशिला पहाड़ी से पोंगा जड़ लेकर वापस अपने घर बंगाल लौट रहें थे, इस क्रम में सबर दंपति से पूछा गया कि जंगल से क्या लेकर जा रहें हो, तो सबर दंपति ने बताया कि जंगल से पोंगा जड़ चुनकर ले जा रहे हैं. सबर दंपति ने कहा कि जंगल में घंटो घूमने के बाद उन्हें तीन से चार किलो पोंगा जड़ ही मिल पाया है. इसे बंगाल के व्यापारी के पास 30-40 रुपए की दर पर बेचकर रोजगार करेंगे. (नीचे भी पढ़ें)
बंगाल के पहाड़ी जंगलों में फिलहाल पोंगा जड़ समाप्त हो चुका है जिसकारण वे पोंगा जड़ की तलाश में बंगाल से 9 किमी दूर झारखंड के गोटाशिला पहाड़ पैदल ही जंगल के रास्ते आएं है ताकी तड़ चुनकर रोजगार कर सके. सबर दंपति ने बताया कि उनके अलावे और भी लोग पोंगा जड़ लेने के लिए गोटाशिला पहाड़ के जंगल पहुंचे है. ज्ञात हो कि सबर दंपति सालों भर रोजगार के लिए जंगल पर ही आश्रित रहते हैं. कभी जंगल से पत्ता तोड़कर, कभी कोचड़ा चुनकर, कभी जंगली मशरूम चुनकर तो कभी जंगल से औषधीय जड़ी-बूटी चुनकर रोजगार करते हैं.