गालूडीह: नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड बंद का विभिन्न क्षेत्रों में खासा असर देखा गया. एमजीएम थाना क्षेत्र के बड़ाबांकी बस स्टैंड में सुबह 8 बजे से ही बंद समर्थक सड़क के बीचों-बीच टायर जलाकर लाठी-डंडे के साथ सड़क पर उतरे. साथ ही लोगों से समर्थन की अपील कर रहे थे. इस दौरान नेशनल हाइवे पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी थी. जाम में कई बस फंसे हुए थे. बस में सवार यात्री भीषण गर्मी से परेशान थे. गौरतलब हो कि मंगलवार को धनबाद में छात्र संगठनों द्वारा मशाल जुलूस निकालकर नारेबाजी कर झारखंड बंद को सफल बनाने का आह्वान किया था.(नीचे भी पढे)
झारखंड के स्थानीय मूलवासी झारखंडी छात्र संघों ने सूबे में 1932 आधारित खतियान के अनुरूप नियोजन नीति लागू करने कि मांग रखी. बीते चार महीनों से इसको लेकर मांग करते आ रहे हैं और सोशल मीडिया के जरिए भी अपनी मांगों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. इसका असर भी देखा जा रहा है. हजारों की संख्या में स्थानीय छात्र और उससे जुड़े संगठन खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग के समर्थन आगे आ रहे हैं. छात्रों ने बताया कि वर्तमान सरकार 60-40 के फॉर्मूले पर नियोजन नीति को लागू कर रही है जो छात्रों के साथ बहुत बड़ा धोखा है. सरकार स्थानीय मूलवासियों के भावनाओं के साथ खिलवाड़ रही है.