गालूडीह: गालूडीह थाना अंतर्गत हेंदलजुड़ी पंचायत के कालाझोर में स्थित मुरली पारा मेडिकल कॉलेज के संचालक विकास शर्मा को शनिवार को ग्रामीणों ने चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सुचना दी. ग्रामीणों के अनुसार सोमवार को मुरली पारा मेडिकल कालेज के संचालक एडमिशन को लेकर बाघुड़िया गांव आया था. उन्होंने ग्रामीणों को एडमिशन और फीस को जानकारी दी. (नीचे भी पढ़े)
इसके बाद संचालक अपने अन्य साथियों से मिलाने की बात कही और विद्यार्थी कुनी मार्डी और लक्ष्मी सोरेन नरसिंहपुर और हलुदबनी कुछ छात्रों से मिलाने ले गए. उस समय शाम के करीब पांच बज रहे थे. कुनी मार्डी और लक्ष्मी सोरेन ने बताया कि संचालक जबरजस्ती दोनों को भुतियाकोचा गांव ले जाने लगा. विद्यार्थियों ने मना किया फिर भी दोनों को ले गया. दोनों के परिजन संचालक विकास कुमार को फोन कई बार किया. लेकिन संचालनक फोन नहीं उठाया. देर शाम 6 बजे भुतियाकोचा पारा मेडिकल कॉलेज ले गया. कॉलेज का मुख्य गेट बंद था. पीछे से अंदर ले गया. कॉलेज में कोई नहीं था. हमलोग को डर लग रहा था. इस दौरान मेरी सहेली कुनी माडी वहां से भागी और कैनाल पहुंची जहां कुछ महिला नहा रही थी. उनको सारी बात बतायी. उसके बाद संचालक ने दोनों बच्ची को कालाझोर लाया. फिर दुसरे स्टाफ के साथ मोटरसाइकिल से घर भेजा. (नीचे भी पढ़े)
वहीं, शनिवार को बच्चियों ने संचालक को बाघुड़िया गांव बुलाया.जब ग्रामीण पुछताछ करने लगा तब संचालक भाग कर गाड़ी में बैठकर भागने लगा. गुस्साए ग्रामीणों ने गाड़ी का शीशा तोड़ा और लगभग चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा. सूचना पर गालूडीह पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस आने के बाद संचालक को पुलिस को सौंप दिया. संचालक विकास कुमार ने बताया कि मुझसे गलती हुई है. बच्चियों को देर शाम नहीं ले जाना चाहिए था. कॉलेज दिखाने के उद्देश्य से ले गया था. शाम को संचालक और दोनों बच्चियों के अभिभावकों को थाना बुलाकर आपस में समझौता कर संचालक को छोड़ दिया गया.