जमशेदपुर: सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में नगर की ख्याति प्राप्त कवयित्री श्रीमती वीणा कुमारी ‘नंदिनी’ की दो पुस्तकें भाव नंदिनी (दोहा संग्रह) तथा साहित्य नंदिनी (छंद संग्रह) का लोकार्पण किया गया.कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसी भवन के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मुनका तथा संचालन साहित्य समिति के उपाध्यक्ष कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’ ने की. कार्यक्रम में आये विद्वानों,साहित्यकारों एवं अतिथियों का स्वागत संस्थान के मानद महासचिव डॉ प्रसेनजित तिवारी ने किया.(नीचे भी पढ़े)
दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई. सरस्वती वंदना श्रीमती माधवी उपाध्याय ने प्रस्तुत किया. लोकार्पित पुस्तक भाव नंदिनी पर पाठकीय प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिव्येन्दु त्रिपाठी ने कहा किभाव नंदिनी भारतीय जनमानस की आस्थाओं , विश्वासों तथा संस्कारों से संबंधित एक हजार दोहों का संग्रह है. ऐसे विषयों पर कलम उठाना अपने आप में प्रशंसनीय तथा स्वागतयोग्य है. जबकि श्रीमती माधुरी मिश्र ने साहित्य नंदिनी पर बोलते हुए कहा कि साहित्य नंदिनी में अनेक प्रकार के छंदों का प्रयोग हुआ है. इसकी मुकरियां विशेष रूप से रोचक है. लेखिका ने अपने आभार उद्गार में तुलसी भवन एवं सभी सहयोग करने वालों को धन्यवाद दिया एवं अपने परिवार के लोगों के सहयोग को उन्होंने विशेष उल्लेखित किया, और कहा कि उसके बिना पुस्तक लेखन संभव नही था.(नीचे भी पढ़े)
इसके बाद रचनाकार का परिचय श्रीमती डॉ वीणा पाण्डेय ‘भारती’ एवं कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन तुलसी भवन के उपाध्यक्ष राम नन्दन प्रसाद द्वारा दी गई.इस अवसर पर मुख्य रुप से सर्वश्री श्रीमती अरुण कुमार तिवारी, यमुना तिवारी ‘व्यथित’, डॉ अजय कुमार ओझा, अशोक पाठक स्नेही, नीता सागर चौधरी, सुरेश चन्द्र झा, सुस्मिता सलिलात्मजा, ममता कर्ण, दिव्येन्दु त्रिपाठी,शीतल प्रसाद दूबे, वसंत जमशेदपुरी, कैलाश नाथ शर्मा गाजीपुरी, जयश्री शिव कुमार ,माधुरी मिश्रा,कन्हैया लाल अग्रवाल, डॉ संजय पाठक ‘सनेही’, अनिता निधि, वीणा कुमारी नंदिनी, रामकंडे मिश्रा, जितेश तिवारी, बलविन्दर सिंह, शकुन्तला शर्मा, विक्रम प्रसाद, सिद्ध नाथ दूबे, भंजदेव देवेन्द्र कुमार ‘व्यथित’ सहित अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति रही.