अनिल कुमार/ बोकारो : कोल इंडिया में मजदूरों का लगातार शोषण लगातार जारी है. मजदूरों को उनका जायज अधिकार भी नहीं मिल रहा है, चाहे वह संगठित क्षेत्र के मजदूर हों या असंगठित क्षेत्र के, सभी के साथ भेदभाव हो रहा है. उक्त बातें सीसीएल बीएंडके एरिया के खासमहाल में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान यूनियन के महामंत्री सह जेबीसीसीआइ सदस्य सिद्धार्थ गौतम ने कही. (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने कहा कि एमजीबी (मिनिमम गारंटी बेनिफिट) को लेकर बैठक में हम लोगों ने विरोध जताया तब जाकर 10 /11 प्रतिशत की जगह 19 प्रतिशत वेजेज लागू हुआ. श्री गौतम ने कहा कि हमारा लक्ष्य 5 हजार सदस्य बनाने का है जिससे कोल इंडिया प्रबंधन पर दबाव बनाया जा सके. असंगठित मजदूरों के हित के लिए एचपीसी कमेटी का गठन वर्ष 2012 में हुआ है, उस समय से इस कमेटी का विजिट कोल इंडिया की किसी भी इकाई में नहीं हुआ है. अगर कमेटी के सदस्य पहुंचते भी हैं तो उन्हें मुख्यालय से ही लौटा दिया जाता है, जिसके कारण असंगठित मजदूरों की स्थिति बेहतर नहीं है. जिप सदस्य एवं यूनियन के क्षेत्रीय सचिव टीनू सिंह ने कहा कि आज प्रबंधन मजदूरों को दबाने का काम कर रहा है. जो नियम लागू है उसके लिए भी आंदोलन करना पड़ रहा है.