जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर आफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री एवं व्यापार मंडल के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को बिष्टुपुर स्थित चैम्बर भवन में झारखण्ड सरकार द्वारा कृषि उपज एवं पशुधन पर लगाये गये दो प्रतिशत बाजार शुल्क के विरोध में झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित राज्यस्तरीय व्यापारियों की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार 15 फरवरी को सभी तरह के खाद्यान्न व्यापार जैसे, थोक, खुदरा, फुटकर, सेमी होलसेलर, किराना, मसाला के साथ-साथ आलू, प्याज फल के भी व्यापार पूरे दिनभर के लिये बंद रखे जायेंगे. इसी के मद्देनजर एक बैठक चैमबर भवन में आयोजित हुआ. यह जानकारी अध्यक्ष विजय आनंद मूनका एवं मानद महासचिव मानव केडिया ने संयुक्त रूप से दी. (नीचे भी पढ़ें)
अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने बताया कि रांची में पिछले दिनों पूरे राज्यभर के व्यापारियों की बैठक इस काले कानून को लेकर आयोजित हुई थी जिसमें राज्यभर के सभी खाद्यान्न व्यवसायियों ने निर्णय लिया था कि अगर सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है तो राज्यभर के व्यवसायी 15 फरवरी से अनिश्चितकालीन पूरे झारखण्ड में खाद्यान्न के आवक जावक एवं व्यापार को पूरी तरह बंद रखेंगे. इसी के तहत बैठक का आयोजन चैम्बर भवन में किया गया, जिसमें कोल्हान के सभी क्षेत्रों से व्यवसायी शामिल हुए, जिसमें कोल्हान राइ्रस मिल एसोसिएशन, फ्लावर मिल्स एसोसिएशन, गोलमुरी बाजार समिति, सिदगोड़ा बाजार समिति, कागलनगर बाजार समिति, परसुडीह बाजार समिति, बिष्टुपुर बाजार समिति, साकची बाजार समिति, जुगसलाई के तेल व्यापारी, आलू-प्याज व्यापारी, फल व्यापारी तथा सभी तरह के खाद्यान्न व्यवसायियों ने इस बंद को सफल बनाने की एकमत से सहमति दी. (नीचे भी पढ़ें)
उपाध्यक्ष, व्यापार एवं वाणिज्य नितेष धूत ने बताया कि इस काले कानून के विरोध में सभी थोक एवं खुदरा खाद्यान्न व्यवसायी सिंहभूम चैम्बर के नेतृत्व में एकत्रित होकर व्यापार मंडल के सहयोग से इसके विरोध में आंदोलनरत हैं और इसके वापस होने तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे क्योंकि इस कानून के लागू हो जाने से महंगाई, भ्रष्टाचार बढ़ेगा तथा फिर से इंस्पेक्टर राज कायम होगा. सचिव, व्यापार एवं वाणिज्य अनिल मोदी ने बताया कि बैठक में जमशेदपुर के सभी क्षेत्रों जैसे परसुडीह, जुगसलाई, चाकुलिया, मानगो, गोलमुरी, बर्मामाइंस, बिष्टुपुर, साकची, कदमा, सोनारी के अलावा सभी बाजारों के व्यापारियों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराते हुए एकमत से थोक ही नहीं खुदरा व्यापार को भी 15 फरवरी को दिनभर व्यवसाय बंद रखकर सरकार को कड़ा संदेश दिया जायेगा. बाजारों में घुम-घुमकर इसके लिए व्यापारियों से आग्रह भी किया जायेगा. चूंकि यह पूरे प्रदेश की संपूर्ण बंदी है इसलिए सभी व्यापारियों से आग्रह है अपने व्यापार को बचाने की खातिर एक दिन लोभ छोड़कर पूरे दिन बंद करें और आंदोलन को समर्थन दें ताकि भविष्य में खाद्यान्न का व्यापार सुगमता से चल सके. (नीचे भी पढ़ें)
15 फरवरी को ही दोपहर से उपायुक्त कार्यालय के सामने महाधरना दिया जायेगा. चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष व्यापार एवं वाणिज्य नितेष धूत, सीए दिलीप गोलेच्छा, सचिव व्यापार एवं वाणिज्य अनिल मोदी, उपाध्यक्ष पीयूष चैधरी, कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा के अलावा व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीपक भालोटिया, उपाध्यक्ष पवन नरेडी, सचिव करण ओझा, सत्यनारायण अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, रामू देबुका, बिनोद मित्तल, बंटी अंगवाल, मनोज कुमार गोयल, प्रेम कुमार अग्रवाल, शंकरलाल अग्रवाल, ब्रजेश गोहिल, रजनीश अग्रवाल, अंकुश सचदेवा, धानुका मारी, दिलीप इंटरप्राईजेज, शक्ति राईस मिल, किनी राईस मिल लिमिटेड, विनीत रूंगटा, परमेश्वरलाल रूंगटा, हर्ष भाउका, विद्या शंकर गुप्ता, कपिल देव प्रसाद, अनिल कुमार साहू, दिलीप कुमार अग्रवाल, मनोज अगीवाल, सुरेन्द्र कुमार, कृष्णा टेªडिंग, पे्रमचंद अग्रवाल, लालू अग्रवाल, प्रवाल ब्रदर्स, हरी भाउका, संदीप गोराई, मनोज कुमार खेमका, बंटी खीरवाल, रामकुमार अग्रवाल, राजकुमार साह, पारस अग्रवाल, संतोष कुमार गोराई, बिनोद कुमार सिंह, बासुदेव रूंगटा, सीए अनिल अग्रवाल, अजय अग्रवाल त्रिवेणी प्रसाद कुषवाहा, बालेष्वर प्रसाद, सुरेष कुमार गुप्ता, अग्रवाल टेªडर्स, विजय भंडार, के अलावा सैकड़ों की संख्या में व्यापारीगण उपस्थित थे. सभी ने जमशेदपुर के व्यापारियों से अनुरोध किया है कि वे इस बंद को सफल बनाते हुये व्यापारी एकता का परिचय देकर सरकार तक अपनी आवाज को बुलंद करें.