रांची : झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह और सीआइडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने संयुक्त रूप से मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन एवं उसके व्यवसाय पर नियत्रंण हेतु की समीक्षा बैठक की. महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार से मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन तथा उसके व्यवसाय पर नियंत्रण के उद्देश्य से सभी प्रक्षेत्रीय, पुलिस महानिरीक्षक, सभी क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षक एवं सभी वरीय पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी जिलों से विगत 5 वर्षों के एनडीपीएस एक्ट में पंजीकृत मामले, अफीम, गांजा आदि की अवैध खेती के विनष्टिकरण से संबंधित आंकड़े, जप्त (एनडीपीएस) सामग्रियों के विनष्टिकरण से संबंधित आंकड़े, सभी संबंधित जिलों में आसूचना तंत्र मजबूत करने पर जोर देते हुये, हॉट स्पॉट का चयन कर ड्रग्स तस्करों, पैडलर्स के सप्लाई चेन को ध्वस्त करने, अतिरिक्त निगरानी रखने, जिलों में ड्रग डिटेक्शन किट की वर्त्तमान स्थिति एवं अन्य आवश्यकताओं के संदर्भ में जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.(नीचे भी पढ़े)
उन्होंने अवैध रूप से वैसे खेत जिसमें अफीम, गांजा एवं अन्य मादक पदाथों की खेती होती है को चिन्हित कर खेती करने वाले एवं जमीन के मालिक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुये कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बैठक के दौरान सीआइडी महानिदेशक द्वारा मादक पदार्थों के अवैध उत्पादन एवं उसके व्यवसाय पर नियत्रंण हेतु बनाये गये रोड मैप की जानकारी दी गयी एवं सभी प्रक्षेत्रीय, पुलिस महानिरीक्षक और क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षक और सभी वरीय पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में आम लोगों को जागरूक करने हेतु निर्देश दिया. उन्होंने अवैध मादक पदार्थ के कारोबार को रोकने के लिए मादक पदार्थ से संबंधित सूचनाओं का आदान प्रदान करने तथा सूचना तंत्र को मजबूत कर कार्रवाई करने पर जोर दिये. एनडीपीएस एक्ट में जप्त होने वाले पदार्थों की सूचना तत्काल अपराध अनुसंधान विभाग को देने, एनडीपीएस एक्ट मामलों में लंबित काण्डों की समीक्षा एवं कांडों का निष्पादन सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिया. विशेष शाखा से प्राप्त इनपुट के आधार पर की गई कार्रवाई की स्थिति, जमानतदारों का सत्यापन, ड्रग्स तस्करों, पैडलर्स द्वारा अर्जित की गयी अवैध संपत्तियों को जप्त करने की कार्रवाई पर जोर दें. पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड ने ड्रग्स तस्करों, पैडलर्स के विवरणी को सत्यापित करते हुए पिट एनडीपीएस के प्रस्तावों की स्थिति सहित विशेष शाखा द्वारा उपलब्ध कराए गए इनपुट के आधार पर जिलों द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी ली. (नीचे भी पढ़े)
उन्होंने एनडीपीएस एक्ट से संबंधित मामलों में बेलरों के सत्यापन और उनका विवरण सहित ड्रग्स तस्करों, पैडलर्स द्वारा अर्जित की गयी अवैध संपत्तियों को जप्त करने का निर्देश दिया. साथ ही एनडीपीएस से संबंधित मामलों में प्रतिनियुक्त नोडल पदाधिकारियों, एवं सहायकों की विवरणी और एनडीपीएस के संबंध में पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण की स्थिति या भारी मात्रा में अवैध नशीली दवाओं की बरामदगी तथा संबंधित इनामों की वर्त्तमान स्थिति या आरोपियों के लिए गए फिंगर प्रिंट की स्थिति या एनसीबी के “निदान पोर्टल” के उपयोग एवं अपलोडिंग की स्थिति एवं एनकोर्ड समिति का गठन करते हुए जिला स्तर पर मासिक बैठक आयोजित करने का सुझाव दिये एवं जिला के सभी अवैध मादक पदार्थ के आरोपियों के विरूद्ध डोसियर खोलने एवं निगरानी रखने का सुझाव दिया. इस बैठक में पुलिस मुख्यालय से डीजीपी अजय कुमार सिंह, डीजी सीआइडी अनुराग गुप्ता, एडीजी डॉ संजय आनन्दराव लाठकर, आइजी अखिलेश झा, आइजी असीम विक्रांत मिंज, आइजी पंकज कम्बोज, डीआइजी कार्तिक एस, सीआइडी एसपी अनुरंजन किसपोट्टा तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सभी प्रक्षेत्रीय, पुलिस महानिरीक्षक, सभी क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षक, सभी वरीय पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षकों ने भाग लिया,