रांची/जमशेदपुर : झारखंड की राजधानी रांची और औद्योगिक राजधानी कहीं जाने वाले जमशेदपुर शहर की आबोहवा काफी खराब हो चुकी है. यहां का प्रदूषण की मात्रा काफी अधिक है. यहीं वजह है कि सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के आदेश पर झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (जेएसपीसीबी) ने रांची और जमशेदपुर को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया है. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश के आलोक में एक्शन प्लान तैयार किया है. इसें कुछ सुधार के साथ इसको लागू कर दिया जायेगा. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने कहा हैकि रांची और जमशेदपुर जिले में वायु प्रदूषण के सभी मानक चिन्हित किये जाने चाहिए. एयर क्वालिटी मोनिटरिंग का दायरा बढ़ना चाहिए. वाहन, उद्योग, निर्माण गतिविधियां, घरेलू फ्यूल, डीजी सेट, उद्योग, वाहन से निकलने वाले प्रदूषण का अध्ययन कर दीर्घकालिक प्लान बनाने को कहा गया था. इसके आधार पर ही यह एक्शन प्लान तैयार किया गया है. बताया गया है कि रांची से भी खराब स्थिति जमशेदपुर की है. राज्य प्रदूषण बोर्ड के सदस्य सचिव वाइके दास ने बताया कि जमशेदपुर औ ररांची का एक्शन प्लान बनाकर केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड को भेज दिया गया है. वहां से मंजूरी मिलते ही काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए एक्शन प्लान भी बन रहा है. उन्होंने बताया कि पश्चिम सिंहभूम जिला, पलामू, दुमका, साहेबगंज, बोकारो, गिरीडीह समेत कई अन्य जिलों के लिए भी एक्शन प्लान तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि वे लोग चाहते है कि इन सारे शहरों के प्रदूषण का स्तर खराब होने से पहले ही उसको रोक दिया जाये. आपको बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने 2015 से 2019 के डाया का अध्ययन करने के बाद देश के 124 शरों के वातावरण को स्वास्थ्य् के लिए खतरनाक पाया था. इसमें झारखंड का धनबाद शहर भी शामिल था. यहां पर्यावरण सुधारने के लिए भारत सरकार के निर्देश पर एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इसके अलावा देश के आठ शहर राजकोट, फरीदाबाद, जमशेदपुर, रांची, वसाई-विरार, जबलपुर, चेन्नई और मेरठ के लिए अलग से एक्शन प्लान बनाने को कहा गया था.