देवघर : सीपीआई (एम) की पोलिट ब्यूरो सदस्य बृंदा कारात राजमहल संसदीय क्षेत्र के पांच दिवसीय दौरा करने के बाद दिल्ली लौटने के क्रम में देवघर में मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि 18 वीं लोकसभा का चुनाव परिणाम इंडिया गठबंधन के पक्ष में जाने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं क्योंकि अब तक हुए पांच चरणों के चुनाव का पैटर्न बताता है कि मतदाताओं ने मोदी जी के बैलून की हवा निकाल दी है. देश भर के मतदाताओं का बड़ा हिस्सा अब भाजपा के झांसे को समझ चुका है. मीडिया को संबोधित करते हुए सीपीएम के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा की गोडडा संसदीय सीट पर सीपीएम इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप यादव के पक्ष में काम कर रही है और सभी 6 विधानसभा क्षेत्रो में पार्टी के कार्यकर्ता गठबंधन उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए मैदान में उतरे हुए हैं. (नीचे भी पढ़ें)
पार्टी की संथाल परगना रिजनल कमिटी ने प्रदीप यादव के समर्थन का एलान पहले ही कर दिया था. बृंदा कारात ने कहा कि सीपीआई (एम) इस चुनाव में तीन राजनीतिक लक्ष्य हासिल करना चाहती है. पहला लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके गठबंधन की हार सुनिश्चित करना, दूसरा संसद में सीपीएम समेत अन्य वामपक्षीय दलों की शक्ति बढाना तथा तीसरा देश में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार का गठन करना. भाजपा के 10 वषों के शासन काल में देश का संविधान, लोकतंत्र और भारतीय गणराज्य के संघीय चरित्र को षडयंत्रपूर्वक कमजोर किया गया. (नीचे भी पढ़ें)
केन्द्रीय सरकार की स्वतंत्र एजेसियों का इस्तेमाल विपक्षी दलों और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले जन संगठनों, बुद्धिजीवियों और पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए किया गया इसलिए भाजपा और मोदी जी के स्थानीय प्रतिनिधि गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे को पराजित करना जरूरी है. यह हमेशा अपने कारपोरेट आकाओं के पक्ष में सक्रिय रहे. ये और राजमहल के सांसद विजय हांसदा दोनों कंपनी के आदमी हैं इसलिए यहां उपलब्ध खनिज संपदा की जो लूट कार्पोरेट घरानों द्वारा की जा रही है उसके खिलाफ कुछ नहीं बोलते हैं. गोड्डा में स्थापित अडानी पावर प्लांट के लिए साहेबगंज स्थित गंगा नदी से प्रति वर्ष 36 एमसीएम यानि 9 करोड़ 86 लाख लीटर पानी जाता है. वहां उत्पादित बिजली बांग्लादेश को चली जाती है.गंगाजल का यह दोहन भविष्य में इस क्षेत्र में भारी जल संकट पैदा करेगा. प्रेस वार्ता के दौरान श्रमिक संगठन सीटू के प्रतीक मिश्रा, सुधीर रंजन और अखिलेश्वर पांडे भी मौजूद थे.