सरायकेला : एक तरफ सरकार गरीबों और किसानों को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन उपलब्ध कराने का दावा करती है. वहीं दूसरी ओर सरायकेला जिले के कुकड़ू प्रखंड स्थित चौड़ा गांव में राशन डीलर भूपेन रजक द्वारा लाभुकों को राशन व केरोसिन तेल सही से नहीं दिये जाने की शिकायत की जा रही है. इस कारण इन दिनों लाभुको की परेशानी बढ़ गयी है. उपभोक्ताओं के अनुसार डीलर की मनमानी इस हद तक बढ़ी हुई है कि केरोसिन नहीं देकर कार्ड में एंट्री कर देता है. ऑफलाइन होने के कारण डीलर मनमानी करता है. वहीं शुक्रवार को सितम्बर माह के राशन का वितरण कर रहा था, जिसके बाद लाभुकों का गुस्सा डीलर के खिलाफ फूट पड़ा. जहां सितम्बर का राशन ले रहे लाभुक अक्टूबर की एंट्री देख भड़क उठे और डीलर द्वारा दिए जा रहे राशन और उठाव की जांच की मांग करते हुए अनाज लेने से इंकार कर दिया. लाभुकों ने बताया कि पिछले छह महीने से उन्हें डीलर द्वारा केरोसिन तेल नहीं दिया जा रहा है. और पूछने पर राशन डीलर उपभोक्ताओं से हमेशा दुर्व्यवहार करता है. उपभोक्ताओं ने बताया कि, डीलर विधायक, सांसद और अफसर लोगों से पहचान होने का धौंस दिखाता है. आपको बता दें कि ग्रामीण इलाका होने के कारण भूपेन रजक का दुकान सरकार की ओर से ऑफलाइन रखा गया है, ताकि बिना बॉयोमेट्रिक से भी राशन का उठाव उपभोक्ता कर सकें. वहीं सरकारी छूट का नाजायज़ फायदा डीलर उठा रहा है. वैसे लाभुकों ने डीलर के उठाव और वितरण की जांच की मांग कर राशन लेने से इंकार कर दिया है. वैसे इस मामले पर डीलर ने कुछ भी साफ- साफ बताने से इंकार कर दिया.