रामगोपाल जेना
चाईबासा : झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से शनिवार को मझगांव के विधायक निरल पूर्ति ने मुलाकात की. जहां उन्होंने कहा कि सच और इंसाफ को ज्यादा देर तक छुपाया नहीं जा सकता. उच्च न्यायालय के द्वारा झारखंड की शान, युवाओं की पहचान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इंसाफ देते हुए जमानत पर रिहा कर दिया. विधायक ने कहा कि जिस षड्यंत्र के तहत भाजपा ने युवा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजने का काम किया था उस पर कोई सबूत ही नहीं था. सिर्फ और सिर्फ हेमंत सोरेन के लोकप्रियता, कर्मठता और उनके नेतृत्व में झारखंड में चल रहे विकास को देखकर भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली की सरकार घबरा गयी थी. यही वजह था कि लोकसभा चुनाव से पूर्व उन्हें जेल में डालने का षड्यंत्र रचा गया. इससे भाजपा को लगा कि हेमंत सोरेन को जेल भेज कर जिस प्रकार बिहार में सत्ता पाए हैं, इस प्रकार झारखंड में भी सत्ता में आ जाएंगे. (नीचे भी पढ़ें)
लेकिन झारखंड के विधायको ने अपनी एकता से दर्शा दिए. एक झारखंड आंदोलनकारी चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बना कर भाजपा का सपना तोड़ दिया. राज्य की जनता ने भी लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारी जवाब दी है. अब भाई हेमंत सोरेन जब बाहर आ गए हैं तो विधानसभा चुनाव में भाजपा का क्या हाल होगा और जनता उन्हें किस प्रकार सबक सिखाएगी इसका अंदाजा आने वाले समय लग जाएगा. मैं माननीय उच्च न्यायालय का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ-साथ झारखंड के चार करोड़ जनता के साथ इंसाफ किया है. युवा सम्राट हेमंत सोरेन के बाहर आने पर कार्यकरता और जनता में हर्ष का माहौल है. इसके लिए मझगांव विधानसभा, जिला और राज्य के एक-एक झामुमो कार्यकर्ता को धन्यवाद देने के साथ-साथ राज्य के पूरे जनता को धन्यवाद देता हूं कि उनकी दुआ और प्रार्थना की वजह से आज युवा सम्राट हेमंत सोरेन को इंसाफ मिला है.