जमशेदपुर : रेल बजट के दौरान दक्षिण पूर्व रेलवे को काफी राशि दी है. इसकी जानकारी दक्षिण पूर्व जीएम अर्चना जोशी ने संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी. सुश्रि जोशी ने बताया कि झारखंड में 77 और पश्चिम बंगाल में 55 किलोमीटर थर्ड लाइन का काम शुरू है. 16 स्टेशनों के बीच 100 से ज्यादा छोटे बड़े पुल की मरम्मत व नया निर्माण हुआ है. आरवीएनएल चार श्रेणियों में बांटकर आदित्यपुर से खड़गपुर के बीच 132 किलोमीटर लंबी थर्ड लाइन बिछाने का काम शुरू किया है. इसी के लिए जुगसलाई के खरकई नदी पर पुल बनाने का काम अंतिम चरण में है. इसके तहत वंदे भारत एक्सप्रेस का टेस्टिंग चल रहा है और अगस्त से सितंबर 2022 तक यहां भी चलेगा. इस बार के बजट में पिछले साल के 6120.93 करोड़ से 1833.7 करोड़ रुपये से ज्यादा यानी 7954.63 करोड़ रुपये का बजट का प्रावधान किया है, जो 30 फीसदी अधिक है. सुश्रि जोशी ने बताया कि इसके तहत यातायात सुविधा में पिछली बार 98 करोड़ रुपये दिया गया था, जो इस वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 388 करोड़ रुपये दिया गया है. रोड सेफ्टी वर्क्स आरओबी या आरयूबी बनाने के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे को 463.32 करोड़ रुपये दिया गया है, जो पिछले साल से 73.32 करोड़ रुपये ज्यादा है. ट्रैक के नवीकरण के मद में 2022-2023 के बजट में 1060 करोड़ रुपये दिया गया है, जो पिछले साल से 180 करोड़ रुपये ज्यादा है. वहीं, यात्रियों की सुविधा में 3.16 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी की गयी है. पिछले साल जहां 173.37 करोड़ रुपये यात्री सुविधा के मद में दी गयी थी, वहीं नये वित्तीय वर्ष में 176.53 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. एचआरडी और ट्रेनिंग के लिए 5.56 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है, जो पिछले साल के वनस्पत 1.85 करोड़ रुपये अधिक है. नये वित्तीय वर्ष 2022-2023 में खड़गपुर से आदित्यपुर के बीच तीसरा लाइन 132 किलोमीटर पर 500 करोड़, नारायण भद्रक के तीसरे लाइन 155 किलोमीटर के लिए 800 करोड़, बंडामुंडा से रांची के डबलिंग लाइन पर 158 किलोमीटर के लिए 400 करोड़ रुपये, राउरकेला झारसुगोड़ा तक के तीसरे लाइन के 101 किलोमीटर के रेल लाइन पर 120 करोड़ रुपये, टलगारिया से बोकारो तक 38 किलोमीटर तक 100 करोड़ रुपये और पुरुलिया से कोटशिला तक के रेल लाइन के 36 किलोमीटर के काम के लिए 80 करोड़ रुपये दिया गया है. इसके अलावा संतरागाछी में विकास के लिए 150 करोड़ रुपये दिया गया है जबकि शालिमाल के कोचिंग टर्मिनल के विकास के लिए 150 करोड़ रुपये दिया गया है. संकराइल से संतरागाछी लाइन तक के फ्लाइओवर रेल लान के लिए 53 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.