जमशेदपुर : आइआइटी मद्रास रिसर्च पार्क से वर्जीनिया टेक इंडिया द्वारा पोषित और आइआइआइटीडीएम कांचीपुरम में विकसित की गई महिला-नेतृत्व वाली स्टार्ट-अप टीम ‘करोटीमम इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड’ को जमशेदपुर में आयोजित फिनाले में ‘टाटा स्टील मैटेरियलनेक्स्ट’ के पांचवें संस्करण का विजेता घोषित किया गया. डॉ सनल के मोहनन और दिनेश कुमार की विजेता टीम को डॉ. चित्रा लेखा पी ने मार्गदर्शन प्रदान किया. टीम ने ‘इको-फ्रेंडली फ्लेक्सिबल स्ट्रेन सेंसर’ समाधान प्रस्तुत किया, जिसके लिए उन्हें 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया. इसके अलावा, जेएनसीएएसआर, बेंगलुरु की टीम ‘पीजीइसी थर्मोइलेक्ट्रिक्स’ जिसने ‘फोनन-ग्लास इलेक्ट्रॉन-क्रिस्टल जैसी थर्मोइलेक्ट्रिक सामग्री’ का प्रदर्शन किया, ने प्रथम उपविजेता का स्थान हासिल किया. टीम के सदस्यों वैशाली तनेजा और रिद्धिमॉय पाठक को डॉ कनिष्क विश्वास द्वारा मार्गदर्शन दिया गया और उन्हें 2.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला. (नीचे भी पढ़े)
आइआइटी मद्रास की टीम ‘माइनर’ जिसने ‘स्वेट-फ्री पीपीई जैकेट’ प्रस्तुत किया, दूसरे स्थान पर रही और उन्हें 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला. ग्रैंड ज्यूरी में टाटा स्टील के टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च एंड डेवलपमेंट के वाइस प्रेसिडेंट डॉ देबाशीष भट्टाचार्य, टाटा स्टील के टीक्यूएम, ग्रुप स्ट्रेटेजिक प्रोक्योरमेंट एंड सप्लाई चेन के वाइस प्रेसिडेंट पीयूष गुप्ता, टाटा स्टील के आयरन मेकिंग के वाइस प्रेसिडेंट उत्तम सिंह, एनआइटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो गौतम सूत्रधार, आइआइटी दिल्ली के प्रो सुधासत्व बसु और आइआइटी खड़गपुर के प्रो सुमन चक्रवर्ती शामिल थे. आइआइएम अहमदाबाद के प्रो अनिल कुमार गुप्ता (पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित, सीएसआइआर भटनागर फेलो, संस्थापक – हनी बी नेटवर्क, नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन, सृष्टि डॉट ओआरजी और ज्ञान डॉट ओआरजी ने ‘सतत औद्योगिक विकास के लिए खुले नवाचारों के उपयोग: विघटन के लिए विविधता’ पर व्याख्यान दिया. (नीचे भी पढ़े)
नकद पुरस्कारों के अलावा, दोनों ट्रैक से विजेता और उपविजेता टीमों को इवेंट के बाद मेंटरशिप और विकास के अगले स्तर के लिए अनुदान (यदि लागू हो) दिया जाता है. शीर्ष 8 में शेष पांच टीमों को उनके अभिनव समाधान और विचारों का प्रदर्शन करने के लिए 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया. मैटीरियलनेक्स्ट के पांचवें संस्करण में भारत भर के 54 संस्थानों से 186 अभिनव विचार प्राप्त हुए। प्रस्ताव चार प्रौद्योगिकी थीम क्षेत्रों – एनर्जी मटेरियल, सस्टेनेबल मटेरियल, एडवांस कंपोजिट और फंक्शनल मटेरियल में ‘शोध’ या ‘स्टार्ट-अप’ ट्रैक के माध्यम से आमंत्रित किए गए थे. मूल्यांकन के दो दौर के बाद सर्वश्रेष्ठ 18 आइडियाज का चयन किया गया और अवधारणा की प्रामाणिकता को विकसित करने के लिए मार्गदर्शन के साथ-साथ छोटे राजस्व व्यय के साथ दो महीने के लिए समर्थन दिया गया. प्री-फ़ाइनल राउंड के माध्यम से, शीर्ष-8 टीम का चयन किया गया और 3 मई, 2024 को ग्रैंड फ़िनाले के साथ इसका समापन हुआ. (नीचे भी पढ़े)
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च एंड डेवलपमेंट) डॉ देबाशीष भट्टाचार्जी ने कहा कि जिस तरह हम अपने विजेताओं की सराहना करते हैं और मटेरियलनेक्स्ट 5.0 की सफलता का जश्न मनाते हैं, ऐसे में भारत में इनोवेशन इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में इस कार्यक्रम की भूमिका को उजागर करना आवश्यक है. नवाचार ऐसे वातावरण में पनपता है जहाँ विचार मिलते हैं और अवसर उभरते हैं. मटेरियलनेक्स्ट डीप-टेक स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को फलने-फूलने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिसमें टाटा स्टील प्रौद्योगिकी अपनाने का समर्थन करता है. यह तो बस शुरुआत है. इन विचारों को पोषित करने के लिए निरंतर प्रयास महत्वपूर्ण हैं. साथ मिलकर, हम अपने देश को तकनीकी नेतृत्व की ओर ले जा सकते हैं.