चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा संचालित ‘डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन’ के तहत नोवामुंडी प्रखंड की दो पंचायतों कोटगढ़ एवं दूधविला के गांवों को शामिल करते हुए दूधविला क्लस्टर का निर्माण किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना एवं बुनियादी सेवा को बढ़ाते हुए सुनियोजित तरीके से गांव के समूहों को विकसित किया जाना है। ग्रामीण समुदाय के जीवन के मूल सिद्धांतों को सुरक्षित और पोषित करते हुए शहरी प्रकृति में ग्रामीण समाज में उपलब्ध सुविधाओं के साथ समझौता किए बिना सर्वांगीण विकास किया जाना है। रुर्बन मिशन के तहत् शहरों में उपलब्ध स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, रोशनी, पेयजल आदि सुविधाओं को ग्रामीण सभ्यता और संस्कृति में बिना छेड़छाड़ किए हुए गांव में उपलब्ध करवाना शामिल है।
जिला में रुर्बन मिशन के तहत् शामिल पंचायतों के गांवों में आय के स्रोत को विकसित करने के उद्देश्य से गांव में उपलब्ध खाद्य सामग्रियों से संबंधित खाद्य प्रसंस्करण (फूड प्रोसेसिंग) का प्रशिक्षण दिया गया है, जिसके तहत् लोगों को इमली, मेरीगोल्ड फ्लावर, कटहल, लाह, शाल के पत्तों से पत्तल आदि के प्रसंस्करण की जानकारी देने के साथ-साथ वहां के गांव में किसान समिति को विकसित करते हुए केला, पपीता, ओल आदि खाद्य पदार्थों की खेती और बत्तख पालन जैसे आय को विकसित करने वाले रोजगारों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
रुर्बन मिशन के तहत् दूधविला एवं कोटगढ़ पंचायत के स्तर पर संचालित विकास कार्यों के तहत् पूर्व से निर्मित दो सामुदायिक केंद्र का जीर्णोद्धार कार्य के साथ-साथ उक्त पंचायत के गांव में ग्रामीणों की आम बैठक को ध्यान में रखते हुए 20 चबूतरे का निर्माण करवाया गया है। दूधविला उच्च विद्यालय में छात्र-छात्राओं के अध्ययन को दृष्टिगत रखते हुए आधुनिक पुस्तकालय को भी विकसित करने के साथ-साथ इन पंचायतों के 5 विद्यालयों में चारदीवारी का निर्माण करवाया गया है।