रामगोपाल जेना/चक्रधरपुर : अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की झारखण्ड प्रांतीय इकाई की ओर से एक बैठक चक्रधरपुर में आयोजित हुई. इस बैठक में मूल रूप से ग्राहक पंचायत के प्रांतीय संगठन मंत्री शिवाजी क्रांति ने ग्राहकों के मध्य जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया. बैठक में एमआरपी नीति के संबंध में चर्चा हुई. आपसी विचार-विमर्श के दौरान इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि देश में एमआरपी नीति न होने के कारण ग्राहकों को लागत मूल्य से बहुत अधिक मूल्य देकर सामान लेने पड़ते हैं. इस शोषण से मुक्ति के लिए ग्राहक पंचायत की ओर से एमआरपी नीति बनाने के लिए देशव्यापी आंदोलन चलाया जा रहा है. (नीचे भी पढ़ें)
बैठक में खाद्य पदार्थ में मिलावट के संबंध में हुई चर्चा में बताया गया कि विगत मार्च माह में ग्राहक पंचायत की ओर से पूरे देश में दूध में मिलावट से संबंधित जागरूकता अभियान चलाया गया. यह दुखद है कि खाद्य पदार्थों में मिलावट के कारण शुगर, कैंसर और पाचन तंत्र से संबंधित घातक बीमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं. संगठन का विशेष अभियान शुद्ध का युद्ध में लोगों को जागरूक होने की अपील की जाती है. पश्चिमी सिंहभूम में भी तेजी से मिलावटी और नकली पदार्थों, विशेष कर दूध, तेल, चिप्स, चॉकलेट, साबुन आदि का बाजार बढ़ रहा है. एक्सपायरी तिथि पार होने पर भी धड़ल्ले से वस्तुओं की बिक्री की जा रही है. इस पर रोक लगाने के लिए खाद्य पदार्थों में मिलावट से संबंधित ज्ञापन स्थानीय प्रशासन को भी सौंपा गया है, किंतु जब तक अपने पैसे देकर सामान खरीदने वाले ग्राहक जागरूक नहीं होते, अनुचित व्यापार करने वालों पर अंकुश नहीं लगेगा. ग्राहक पंचायत इसी विगत 1974 से इसी तरह ग्राहक जागरण का कार्य पूरे देश में चलाता आ रहा है. उपभोक्ता आयोग में इस संबंध में शिकायत भी किया जा रहा है. (नीचे भी पढ़ें)
महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन की वस्तुओं में भी गलत और बिना गाइडलाइन के रासायनिक पदार्थों की मिलावट से तरह तरह की बीमारियां सामने आ रही हैं. इस विषय में बताया गया कि यदि कोई ग्राहक ठगी का शिकार होता है तो उपभोक्ता आयोग में शिकायत कर सकता है. इस बैठक में मोहन कच्छप, तुषार कांति, राकेश श्रीवास्तव, दीपक सिंह, प्रकाश मंडल, इंद्रजीत सामड, प्रिया महतो, सुरभि कुमारी, भावना विश्वकर्मा, रूपेश महतो, जयंत प्रधान आदि उपस्थित रहें. बैठक में आगामी बैठक में संगठन विस्तार की भी योजना बनाई गई.