रामगोपाल जेना/चाईबासा : मंत्री दीपक बिरुआ ने रविवार को टोंटो प्रखंड के हाथी प्रभावित क्षेत्र के दुरुला गांव में बैठक कर ग्रामीणों से इस संबंध में बात कर उनकी समस्याएं समझीं. बैठक में विभिन्न पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. मौके पर श्री बिरुआ ने हाथी प्रभावित क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों में हाथियों से बचाव के लिए बड़े टॉर्च व पटाखे वितरित किये ताकि लोग हाथियों के आने पर उन्हें भगा सकें. (नीचे भी पढ़ें)
ग्रामीणों ने मंत्री श्री बिरुआ को बताया कि हाथियों के कारण पूरे इलाके में खौफ का माहौल है. हाथियों का झुंड विभिन्न गांवों में घूमकर खेतों में लगी फसलों को नष्ट कर रहा है. इससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है. हाथियों के डर से गांव के लोग रात-रात भर पहरा कर रहे हैं. इस दौरान वन विभाग के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को हाथियों से बचाव के लिए जरूरी टिप्स भी दिए. वहीं श्री बिरुआ ने कहा कि ग्रामीण हाथियों से प्रभावित जंगलों में प्रवेश नहीं करें एवं हाथियों के झुंड की गांव की ओर आ की सूचना पर गांव में एक जगह एकत्र हो जाएं तथा टॉर्च जला लें जिसके प्रकाश से हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश नहीं करेगा. हाथियों के गांव के नजदीक आने पर उन्हें पत्थर आदि ना मारें, अन्यथा हाथी गुस्से में आ जाते हैं. उन्होंने ग्रामीणों की स्थिति देखते हुए वन अधिकारियों को मदद के लिए आगे आने का निर्देश दिया. वन कर्मियों को ग्रामीणों के साथ रहकर हाथियों को भगाने को कहा.(नीचे भी पढ़ें)
वहां उपस्थित वन विभाग के अधिकारियों ने जंगल को आग से बचाने की अपील की. विभागीय अधिकारियों ने कहा कि वातावरण को शुद्घ बनाए रखने के लिए वनों को आग से बचाने में विभाग का सहयोग करें. जंगल में आग लगने की सूचना मिलने पर तत्काल विभाग को सूचित करने को भी कहा. बैठक में मुख्य रूप से आइएफएस प्रशांत भविष्यकर, आरएफओ जितेंद्र प्रसाद सिंह, फॉरेस्टर रिचर्ड मट्टू सोरेन, जिला बीस सूत्री सदस्य सुभाष बनर्जी, जिला परिषद् सदस्य राज नारायण तुबिद, पूर्व प्रमुख मंगल तुबिद, तुराम बिरुली, मंजीत हांसदा, संजय दास, फुलेन्द्र महतो, दाफेदार हेस्सा, छोटा हेस्सा समेत अन्य लोग मौजूद थे.