चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा स्थित सनसाइन रेस्टोरेंट टाटा रोड में कोल्हान नितिर तुरतुंग की तीसरी वार्षिक आम सभा में देश के कोने कोने से पधारे अतिथिगण, सम्मानीय सदस्यगण और समाज सेवियों के बीच मुख्य अतिथि न्यायाधीश सह अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट रांची सचिन्द्र बिरूवा एवं विशिष्ट अतिथिगण में डीडीसी प्रवीण कुमार गागराई, पूर्व लेबर कमिश्नर ज्ञान सिंह दोराईबुरु, पूर्व डीजीएम एवं टाटा कॉलेज एलुमिनी सुशील कुमार पुरती, मानकी मुंडा संघ केन्द्रीय कमेटी के उपाध्यक्ष कालीचरण बिरूवा, टूसा सरदार पब्लिक स्कूल चाईबासा के डायरेक्टर यदुनाथ तियू, चक्रधरपुर स्टेट बैंक मैनेजर आजाद बोया, कुचाई के पूर्व जल सेना (नेवी) अफिसर सोय, एसीसी झींकपानी प्रबंधक (एचआर) विश्वजीत दोराईबुरु, पूर्व भेल इंजीनियर जयसिंह कुंटिया आदि सदस्यों, बुद्धिजीवियों और सदस्यों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ. केएनटी सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थान के बैनर तले कोल्हान पोड़ाहाट में शैक्षणिक विकास और रोजगार-स्वरोजगार को मजबूत करने के लिए संविधान की प्रस्तावना पढ़कर व संकल्प ले एवं महापुरुषों के माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर सभा का शुभारंभ किया गया. अध्यक्ष माझीराम जामुदा द्वारा स्वागत उदबोधन के केसीआरटी व केएनटी की जन्म, शुरुआत, उद्देश्य, वर्तमान की कार्यप्रणाली, प्रगति, उपलब्धि, जन समर्थन, मान सम्मान, एकता अखंडता, सहयोग, और आदिवासी हितों की रक्षा शिक्षा और रोजगार को मजबूत करने, शिक्षित बेरोजगारों को भटकाव से बचाने के लिए एकता और आर्थिक सहायता के लिए अपील किये. (नीचे भी पढ़ें)
साथ ही महासचिव प्रेम सिंह डांगिल और केन्द्रीय कोषाध्यक्ष धनसिंह हेम्ब्रम ने अपनी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की. अपना घर आशियाना प्रोजेक्ट की आवश्यकता पर बल देते हुए इसे बहुमत से पारित किया गया. इसके साथ – साथ केएनटी के शैक्षणिक इकाई चाईबासा, चक्रधरपुर और कुचाई के प्रभारी क्रमश: जगदीश चंद्र बिरूली, दया सागर केराई और रामचंद्र सोय ने अपने केन्द्र की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की. अब तक संस्था के मार्गदर्शन में विभिन्न सरकारी विभागों में 51 की नौकरी हुई है. इस आम सभा संस्था द्वारा निर्धारण लक्ष्य को धारातल पर काम करने पर विशेष जोर दिया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बिरुवा सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के मध्यम से समाज की उन्नति की रास्ता खुलता है. इसके लिए जनसहयोग अहम भूमिका निभाती है. हम सभी अपने अनुभवों से युवाओं को बेहतर मार्गदर्शन कर सकते हैं. (नीचे भी पढ़ें)
इस मौके पर तीन पूरे होने पर सभी सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र के साथ पौधे देकर सम्मानित किया गया. इस सभा का समापन ज्ञान सिंह दोराईबुरू एवं मंच संचालन नंदलाल बांकिरा और सत्याजीत हेम्ब्रोम ने किया. इस मौके पर टिकुल तियू, शैलेन्द्र सुंडी, गागराई दादा, लखिन्द्र भूमिज, गुरूचरण चोड़ा, गोपाल कृष्ण सोय, अंजन कुमार सामाड, हेमंत कुमार सामाड, रघुनंदन बिरूवा, बिरसा सामड, किशोर कुमार कंडेयांग, संजय बानरा, चक्रधर कुदादा और शैलेश कुमार कंडाईबुरू एवं अन्य माननीय सदस्य उपस्थित रहे.