जमशेदपुर : जमशेदपुर शहर के जाने माने मुखी समाज के नेता बैजु मुखी ने अपने एक फैसले से सबको झटका दिया है. बिष्टुपुर स्थित टीआर टाइप मुखी समाज कैंप कार्यालय में ऑल झारखण्ड मुखी समाज की एक बैठक प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बैजू मुखी की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में बैजू मुखी ने प्रदेश अध्यक्ष मंगल राम के नाम अपने पद से लिखित इस्तीफा प्रदेश महामंत्री हरि मुखी को सौंपा. बैजू मुखी के साथ इस्तीफा देने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्नू बिरनेट, प्रदेश सचिव नरेश बेनुधर, मुख्य सलाहकार अधिवक्ता बीके नायक, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भागीरथी मुखी ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया. बैजू मुखी ने अपने इस्तीफे के संदर्भ में कहा कि ऑल झारखण्ड मुखी समाज कमिटी को स्वतंत्र रूप से काम करने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक मंगल राम पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुखी समाज को परिवारवाद बना दिया है व कमेटी में उनके परिवार के लोग मनमानी करते हैं. प्रदेश अध्यक्ष को उनके परिवार के सदस्यों के बगैर कोई मीटिंग या कार्यक्रम आयोजित होने पर आपत्ति होती है. जब प्रदेश के सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर में प्रदेश कमिटी के चुनाव की मांग की तो उनके परिवार के सदस्य कहते है कि मुखी समाज का अध्यक्ष मंगल राम था औऱ आगे भी वही रहेंगे. बैजू ने कहा कि मुखी समाज किसी के परिवार की जागीर नहीं है. बैजू ने कहा कि हमलोग प्रदेश अध्यक्ष (मंगल राम) को पिछले 25-30 वर्षों से समाज का नेतृत्व करने का अवसर देते रहें, मगर वर्तमान में उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने व समाजिक निष्क्रियता के वजह से सभी लोग प्रदेश कमिटी के चुनाव व नए प्रदेश अध्यक्ष चुनने की मांग कर रहें हैं. मगर ना स्वयं प्रदेश अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं और ना चुनाव कराने देना चाह रहे हैं. ऐसी परिस्थिति में कमेटी में बने रहना समाज को धोखा देने वाली बात होगी, इसीलिए अपना इस्तीफा सहयोगियों के साथ दे रहे है.
दूसरी ओर, धातकीडीह के मेडिकल बस्ती में आयोजित सदस्यता सभा में बसपा के पूर्व ज़िला अध्य्क्ष बुद्धदेव करवा जी ने एआइएमआइएम की सदस्यता ग्रहण की. साथ में कई साथियों ने एअएाइएमआइएम का दामन थामा. कार्यक्रम की अध्यक्षता काशिफ़ रज़ा सिद्दीकी ने की, जिन्होंने सबका माला पहनाकर स्वागत किया. पार्टी के विधानसभा सचिव जाफर हुसैन ने भी लोगों के बीच पार्टी की विचारधारा रखी. सदस्यता ग्रहण करने वालों में बुद्धदेव करवा, जोलेश मुखी, गुरु मुखी,आनंद मुखी, बैधनाथ मुखी, नरेश मुखी, राजू मुखी, सूरज मुखी, रॉनी मुखी, इश्तियाक, रहमान, बाबू, प्रसाद, जग्गू और कई साथी मौजूद थे.