जमशेदपुर : जमशेदपुर पश्चिम के भाजपा के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बरकरार है. इसको लेकर ऊहापोह की स्थिति है. भाजपा के जमशेदपुर पश्चिम से विधायक और मंत्री सरयू राय का टिकट काटने को लेकर लगभग रजामंदी हो गयी है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसको लेकर विटो पावर लगा दिया है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने साफ तौर पर कहा है कि उनको ऐसा प्रत्याशी की जरूरत नहीं है. वहीं, आलाकमान ने जमशेदपुर लोकसभा सीट का सिर्फ इसी सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गयी है. वहीं, सूत्र बता रहे है कि भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता को भी प्रत्याशी बना सकती है, जिसकी घोषणा बाकि है. अगर सरयू राय और बन्ना गुप्ता को टिकट नहीं मिला तो भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह का टिकट कंफर्म है. सरयू राय जमशेदपुर में ही है. जमशेदपुर में उन्होंने साकची के पास अपना कार्यालय खोला था. उसी कार्यालय में सोमवार को वे पहुंचे और कार्यकर्ताओं से भी मिले. इस बीच बन्ना गुप्ता भी नयी दिल्ली के दौरे से लौट आये है. बन्ना गुप्ता नयी दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय अपने टिकट के लिए गये थे, लेकिन अंदरखाने यह बातें आयी है कि उन्होंने भाजपा के नेताओं से भी मुलाकात की है, लेकिन वे खुद इससे इनकार कर रहे है. इस बीच खूंटी के सीट को लेकर भी संशय की स्थिति है. बताया जाता है कि खूंटी के सीट पर नीलकंठ सिंह मुंडा का टिकट दिलाने के लिए रघुवर दास ने अपना विटो पावर लगाया है तो अर्जुन मुंडा ने इसका विरोध किया है क्योंकि नीलकंठ सिंह मुंडा पर आरोप है कि खूंटी से लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी होने के बावजूद अर्जुन मुंडा का साथ उन्होंने नहीं दिया था. इस तरह जमशेदपुर और खूंटी के विधानसभा सीट को लेकर ऊहापोह बनी हुई है. अगर टिकट मिला तो नीलकंठ सिंह मुंडा और सरयू राय को एक साथ मिलेगा और नहीं मिलेगा तो दोनों को नहीं मिलेगा. ऐसी स्थिति में आम कार्यकर्ता ऊहापोह में है.