जमशेदपुर : झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने 52 सीटों के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. इसके तहत कई दागदार लोगों को भाजपा ने टिकट दिया है. सबसे बड़ा मामला जमशेदपुर पश्चिम का है. बिहार में लालू प्रसाद यादव को जेल भेजवाने वाले और झारखंड में भाजपा को मधु कोड़ा कांड का खुलासा कर सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने वाले थिंक टैंक सरयू राय को ही टिकट देने में अब भाजपा आनाकानी कर रही है. सरकार को आइना दिखाने वाले मंत्री सरयू राय ने ही मधु कोड़ा घोटाले का परदाफाश किया था. इसी तरह मेडिकल घोटाले का भी परदाफाश सरयू राय ने ही कि था. इसके अलावा कई घोटाले को उजागर किया था. अब हालात यह है इसी घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही को भाजपा ने भावनाथपुर से टिकट दे दिया है. 52 लोगों की जारी की गयी सूची में भानु प्रताप शाही का भी नाम है, जिसके खिलाफ सीबीआइ और इडी ने अपनी जांच रिपोर्ट तक सौंप दी है. वहीं, इस घोटाले का उजागर करने वाले सरयू राय का ही टिकट को होल्ड पर रखा गया है और चर्चा है कि उनकी टिकट काट दी गयी है. मुख्यमंत्री रघुवर दास के जिद के कारण भाजपा अपनी लुटिया डुबोने में लगी हुई है. वैसे आपको बता दें कि भानु प्रताप शाही के खिलाफ कोर्ट में सीबीआइ और इडी की रिपोर्ट के आधार पर ट्रायल चल रहा है. वैसे भाजपा ने बाघमारा से ढुल्लू महतो को टिकट दे दिया है, जो सजायाफ्ता है और छेड़खानी और बलात्कार जैसे मामले के आरोपी है. इसके अलावा शशिभूषण मेहता को पार्टी ने टिकट दिया है, जो हत्या का आरोपी है. इसके अलावा कई सारे दलबदलुओ को भी पार्टी में जगह दी गयी है, लेकिन भाजपा को भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी विथ डिफरेंस के तौर पर पेश करने वाले सरयू राय जैसे नेताओं का टिकट पार्टी काटने में लग गयी है. अगर रिपोर्ट कार्ड की बात है तो उनके पक्ष में सर्वे रिपोर्ट गयी है, लेकिन फिर भी सरयू राय का टिकट काटा जा रहा है. सवाल यह उठना लाजिमी है कि क्या उनका रिपोर्ट कार्ड ईचागढ़ विधायक साधु चरण महतो, विश्रामपुर से विधायक स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो से भी खराब था ? अब बात करें जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा से दो बार पार्टी का झंडा बुलंद करने वाले पार्टी के कद्दावर नेता और मंत्री सरयू राय की तो क्या उनका पार्टी के प्रति समर्पण और खुले मंच पर वर्तमान मुख्यमंत्री का ख़िलाफ़त करना शीर्ष नेतृत्व को चुभ गया या शीर्ष नेतृत्व स्लॉग ओवर में गेंद उनके हाथ थमाने का मन बना रही है. वैसे मुख्यमंत्री की खिलाफत खुले मंच से बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो भी कर चुके हैं, मगर पहली लिस्ट में ही पार्टी आलाकमान ने उन्हें टिकट देकर अपनी मंशा साफ कर दी है कि उनके पास समर्पित कार्यकर्ताओं के लिए सस्पेंस गेंद भी है, जिसे वह अंतिम ओवरों में गुगली के रूप में फेंकने की तैयारी कर रही है. वैसे पोटका विधायक मेनका सरदार का भी क्षेत्र में उतना प्रभाव नहीं है. मगर पार्टी आलाकमान ने उन्हें टिकट देकर एक तरह से आत्मघाती निर्णय लिया है. वैसे मंत्री सरयू राय को लेकर उठ रहे कयासों पर खुद मंत्री ने जिस अंदाज़ में विराम लगाया है उससे तो यह साफ हो गया है कि जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लिए उनका टिकट पक्का हो गया है. हालांकि मुंडा खेमा के किसी भी प्रत्याशी को पहले लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है जो कई सवालों को कल तक के लिए उलझा दिया है.