रांची : झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनने वाली है. 23 दिसंबर को हुई मतगणना में झामुमो, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को कुल 47 सीटें हासिल हुई है. मंगलवार की रात करीब आठ बजे हेमंत सोरेन अपना सरकार बनाने का दावा राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सौंपेंगे. इसके बाद वे 27 दिसंबर को शपथ ले सकते है. हालांकि, तिथि और समय की घोषणा नहीं हुई है. वैसे सरकार बनाने के पहले हेमंत सोरेन ने शिष्टाचार के नाते राजद के सुप्रीमों और रांची में सजायाफ्ता की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की है. इसके बाद वे शाम को झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से भी मुलाकात की.
बाबूलाल मरांडी के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने एक गार्जियन के नाते सरकार में सहयोग की अपील की. चूंकि, महागठबंधन के पास जरूरी आंकड़े पहले से ही है, इस कारण झाविमो ने हेमंत सोरेन की सरकार को बाबूलाल मरांडी ने बिना शर्त समर्थन दिया है और कहा है कि वे लोग सरकार में रहे या नहीं रहे, हेमंत सोरेन की सरकार को पूरा मदद करेंगे ताकि राज्य का विकास हो सके. इससे पहले हेमंत सोरेन को झामुमो के विधायकों ने एक बैठक के बाद अपने विधायक दल का नेता चुन लिया. दूसरी ओर, सबकी निगाहें सरयू राय पर टिकी हुई है. निर्दलीय विधायक के रुप में सरयू राय चुनकर सदन में होंगे. वे विपक्ष में ही बैठेंगे या सत्ता पक्ष के साथ रहेंगे, यह अब तक तय नहीं है. वैसे हेमंत सोरेन के लिए वोट मांगने के लिए जरूर सरयू राय दुमका गये थे जबकि हेमंत सोरेन ने भी सरयू राय का समर्थन किया था. लेकिन सरयू राय ने यह कहा है कि वे विपक्ष में बैठेंगे. हालांकि, बीच का कोई रास्ता भी निकाला जा सकता है.